दुकान से घर लौटते समय रास्ते में हुई घटना से सन्नाटे में आ गए ग्रामीणउतरांव के सिढौली गांव में हुई घटना परिवार पुरानी रंजिश को बता रहे कारण दुकान से घर जा रहे अधिवक्ता इंद्रदेव यादव 42 को बाइक सवार दो युवकों ने गोली मार दी. गोली लगने से वह जमीन पर गिर पड़े. जमीन पर गिरते ही मृत समझ कर हमलावर भाग निकले. खबर सुनते ही लोग सन्नाटे में आ गए. लोग पहुंचे तो उनकी सांसें चल रही थीं. बात मालूम चली तो पुलिस भी पहुंच गई. पुलिस द्वारा उन्हें एसआरएन हॉस्पिटल लाया गया. यहां हालत गंभीर देखते हुए आईसीयू में एडमिट किया गया. बताया गया कि परिजन हालत में सुधार नहीं होने उन्हें लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल चले गए. मामले में अधिवक्ता के भाई कपिल द्वारा तहरीर दी गई. तहरीर के आधार पर अखिलेश यादव व योगेंद्र कुमार नामजद व एक अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा लिखा गया. घटना के पीछे परिवार की तरफ से पुरानी रंजिश बताई गई. रंजिश किस बात को लेकर थी यह क्लियर नहीं हो सका है. पुलिस प्रकरण की छानबीन व आरोपितों की तलाश में जुट गई है. घटना गंगापार इलाके के उतरांव थाना क्षेत्र स्थित सिढौली गांव की है.

प्रयागराज (ब्यूरो)। इंद्रदेव यादव सिढौली गांव निवासी उदे्रश कुमार यादव के बेटे हैं। उनके परिवार में एक बेटी व एक बेटा और पत्नी है। भाई व माता पिता भी साथ ही रहते हैं। बताते हैं कि इंद्रदेव पेशे से अधिवक्ता हैं। शुक्रवार सुबह वह करीब छह बजे वह पास की दुकान से घर जा रहे थे। रास्ते में बाइक सवार दो युवक उन्हें रोक लिए। रुकते ही बाइक पर पीछे बैठा युवक उन पर फायर झोंक दिया। गोली लगते ही वह जमीन पर गिर पड़े। गिरते ही हमलावर उन्हें मृत समझकर बाइक सहित भाग निकले। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग सन्नाटे में आ गए। ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंचे। देखा गया तो सांसें चल रही थीं। फौरन जानकारी पुलिस को दी गई। उतरांव थाने की फोर्स के साथ एसपी गंगापार मौके पर पहुंचे। घायल को फौरन पुलिस एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराई। पुलिस ने बताया कि हालत गंभीर देखते हुए परिजन उन्हें लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल चले गए। मामले में दो नामजद व एक अज्ञात पर केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। देर शाम तक आरोपित पकड़े नहीं जा सके थे। इस घटना को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चा है।

झाडफ़ूंक भी करते थे
छानबीन में पुलिस को मालूम चला है कि घायल इंद्रदेव कभी-कभार ही कचहरी जाया करता था। वकालत से ज्यादा वह झाडफ़ूक और ओझा का काम किया करता था। सुबह शाम उसके दरवाजे पर अंधविश्वासियों की भीड़ लगा करती थी। वह भूत-प्रेत भगाने के साथ दुआ और भभूत व ताबीज से लोगों की बिगड़ी किस्मत और काम को बनाने का दावा किया करता था।


दुकान से घर लौटते समय घटना होने की बात परिवार द्वारा बताई गई है। प्रकरण की जांच की जा रही है। मामले में दो नामजद व एक अज्ञात के विरुद्ध तहरीर के आधार पर केस लिखा गया है।
अभिषेक अग्रवाल, एसपी गंगापार

Posted By: Inextlive