बकाया माफी प्रस्ताव से छोटे करदाताओं को बड़ा फायदा
प्रयागराज (ब्यूरो)। मुख्य आयकर आयुक्त डा शिखा दरबारी ने बजट पर अपने विचार रखते हुए कहा कि विभाग का बजट से सीधा सम्पर्क होता है। कहा कि केन्द्रिय वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा है कि जिस भी करदाता पर वित्तीय वर्ष 2009-10 तक 25,000 रुपये तक मांग बकाया है तथा वित्तीय वर्ष 2009-10 से वित्तीय वर्ष 2014-15 की अवधि में 10,000 रुपये तक का बकाया है उसे माफ किया जाएगा। इस सम्बन्ध में जैसे ही निर्देश प्राप्त होगा, उस पर अमल करेंगे और पुरानी बकाया मांग को समाप्त करेंगे। इससे छोटे करदाताओं जो अपनी पुरानी बकाया मांग को लेकर परेशान रहते है, लाभ होगा।
ब्रीफ किया केन्द्रिय बजट का डिटेल
उन्होंने यह बातें मंगलवार को आयकर विभाग द्वारा माघ मेला क्षेत्र में बने कैंप कार्यालय में अंतरिम बजट -2024 पर सेमिनार को सम्बोधित करते हुए कहीं। बताया गया कि पुरातन काल से माघ मेले का आयोजन ज्ञान वर्धन, आपस में जानकारियों को साझा करने के लिये, नये विचारों का आदान प्रदान करने के लिए किया जाता था। इस ज्ञान के हवन में मुख्य वक्ता एनसी अग्रवाल ने अंतरिम बजट के प्रावधानों पर चर्चा की। शुरूआत मुख्य आयकर आयुक्त डॉ शिखा दरबारी ने दीप प्रज्जवलित करके किया। अपर आयकर आयुक्त शिवकुमार राय ने सेमिनार की रूप रेखा बतायी। मुख्य वक्ता वरिष्ठ चार्टर्ड एकाउन्टेंट एनसी अग्रवाल ने अन्तरिम बजट पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की तथा यह बताया कि भारत सरकार द्वारा पेश बजट का समाज पर क्या असर पडेगा। इसका देश के विकास में क्या योगदान होगा। इससे करदाताओं को क्या लाभ होगा। प्रधान आयकर आयुक्त राधे श्याम, प्रधान आयकर आयुक्त कानपुर डॉ प्रीति जैन दास एवं अपर आयकर आयुक्त शिव कुमार राय ने भी बजट पर अपने विचार रखे। एके सिंह, सौरभ गुहा, टीएस पंचपाल, रवि कुमार मेहता, सुब्रतो गुप्ता, एनके वर्मा, योगेश्वर राय, नागेन्द्र सिंह यादव, रविन्द्र कुमार गौड, रोहित सिंह, ज्ञानेन्द्र श्रीवास्तव, मदन कुमार, पुरुषोत्तम शर्मा सहित आयकर विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे। संचालन योगेश्वर राय एवं धन्यवाद ज्ञापन आयकर अधिकारी रवि कुमार मेहता द्वारा किया गया।