बिशप दान ने सिविल लाइंस थाने में दी तहरीरकानपुर यूनिवर्सिटी में डिग्री का नहीं मिला कोई रिकार्डफर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी करने का लगाया आरोपडेविड ल्यूक हैं बीएचएस के कार्यवाहक प्रिंसिपल

प्रयागराज ब्यूरो ।ब्वॉयज हाई स्कूल के कार्यवाहक प्रिंसिपल पर एक और नया आरोप लगा है। इस आरोप से कार्यवाहक प्रिंसिपल की मुश्किलें बढऩी तय हैं। आरोप है कि कार्यवाहक प्रिंसिपल की डिग्री फर्जी है। कार्यवाहक प्रिंसिपल ने अपनी नौकरी के लिए जो डिग्री लगाई है। वह फर्जी है। इसकी जांच हो चुकी है। यह आरोप डायोसिस ऑफ लखनऊ के बिशप ने लगाया है। बिशप ने फर्जी डिग्री की जांच कानपुर यूनिवर्सिटी से कराई, जिसमें कार्यवाहक प्रिंसिपल की डिग्री फर्जी बताई गई है। इस आधार पर बिशप ने सिविल लाइंस थाने में कार्यवाहक प्रिंसिपल के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस तहरीर की जांच कर रही है।

ये है मामला
ब्वॉयज हाई स्कूल के कार्यवाहक प्रिंसिपल डेविड ल्यूक 15 मार्च 1990 को स्कूल में वार्डेन के पद पर नियुक्त हुए थे। बाद में स्कूल में डेविड ल्यूक सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त हुए। तात्कालीन प्रिंसिपल सीवी इनिस ने डेविड ल्यूक को सहायक अध्यापक पद से 1 जुलाई 2010 को बर्खास्त कर दिया। बाद में डेविड ल्यूक ने अपनी बहाली का आदेश प्रस्तुत करते हुए कार्यवाहक प्रधानाचार्य बनाने का अनुरोध किया। जिस पर 11 अगस्त 2010 को डेविड ल्यूक को तात्कालीन बिशप मारिश एडगर दान ने कार्यवाहक प्रिंसिपल बना दिया। डेविड ल्यूक ने अपने दस्तावेजों में एमए इंग्लिश की डिग्री लगाई। जिसके मुताबिक डेविड ल्यूक ने 2007 में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से एमए इंग्लिश प्रथम श्रेणी में पास किया है।

अब खुला मामला
तब से लेकर अब तक डेविड ल्यूक बीएचएस के कार्यवाहक प्रिंसिपल बने हुए हैं। पिछले दिनों आठ अगस्त को बिशप मारिश एडगर दान ने यूनिवर्सिटी को डेविड ल्यूक के एमए इंग्लिश की डिग्री की जांच के लिए एप्लीकेशन दिया। जिसमें यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक द्वारा पत्र देकर जवाब दिया गया कि डेविड ल्यूक की मार्कशीट में दर्ज रोल नंबर का कोई रिकार्ड यूनिवर्सिटी में दर्ज नहीं है। इसके बाद बिशप मारिश एडगर दान ने सिविल लाइंस थाने में तहरीर देकर बताया कि बीएचएस के कार्यवाहक प्रिंसिपल डेविड ल्यूक ने फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी हासिल की है और 2012 से अब तक सवा तीन करोड़ रुपये का भुगतान वेतन एवं अन्य भत्ते के रुप में लिया है। डेविड ल्यूक के द्वारा फर्जी जालसाजी एवं कूटरचना करके अंक तालिका बनवाकर संस्था को धोखा दिया गया है। तहरीर में कार्यवाहक प्रिंसिपल डेविड ल्यूक द्वारा लिए गए वेतन एवं भत्ते के सवा तीन करोड़ वापस कराए जाने की भी बात कही गई है।


बीएचएस इलाहाबाद हाई स्कूल सोसायटी से संचालित है। बीएचएस के कार्यवाहक प्रिंसिपल डेविड ल्यूक ने फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी हासिल की। कानपुर यूनिवर्सिटी में डिग्री की जांच कराई गई है। यूनिवर्सिटी में डेविड ल्यूक की डिग्री का कोई रिकार्ड नहीं है। इस पर डेविड ल्यूक के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी गई है।
बिशप मारिश एडगर दान, डायोसिस ऑफ लखनऊ

Posted By: Inextlive