पत्रिका मार्ग की हालत है खराब, गड्ढों की मिट्टी बाहर आने के बाद बढ़ गया है खतरा

खराब सड़कों की मरम्मत कराने की गुणवत्ता का भी संबंधित विभागों को ध्यान रखना चाहिए। वरना स्थिति अधिक खराब हो सकती है। इस समय शहर की तमाम सड़कों की यही हालत है। बारिश से पहले इनके गड्ढे पाटने के लिए जिस मटेरियल का यूज किया गया था वह बारिश की बूंदों से तार-तार हो गई हैं। गड्ढों से निकला मलबा भी हादसों को दावत देने लगा है। इनमें आए दिन वाहन सवार फिसलकर गिर रहे हैं।

उधड़कर सड़क पर फैल गई गिट्टियां

आज हम बात कर रहे हैं पत्रिका मार्ग की। सिविल लाइंस बस अड्डे से लेकर पत्रिका चौराहा तक यह मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। यहां काफी गहरे गड्ढे हो चुके हैं। इन गड्ढों को पाटने के लिए जो मिट्टी और गिट्टी डाली गई थी वह बहकर सड़क पर फैल गई है। ऐसे में जो लोग गड्ढे से बचने की कोशिश करते हैँ वह गिट्टी की चपेट में आकर भी चोटिल हो रहे हैं।

पता ही नहीं चलता कि किधर है सड़क

रिपोर्टर ने आधा किमी लंबी सड़क का मंगलवार को जायजा लिया। इस दौरान 50 से अधिक बड़े गड्ढे नजर आए। छोटे-मोटे गड्ढों की तो कोई गिनती ही नहीं थी। इस सड़क पर सीवर लाइन के मेनहोल सड़क के लेवल से ऊपर हो गए हैं। यह भी दुर्घटना का कारण बनते हैं। बारिश होने के बाद लोगों को पता ही नही चलता कि वह सड़क पर चल रहे हैं किसी खेत में गाड़ी ड्राइव कर रहे हैं।

हिल जाते हैं अस्थि पंजर

सड़क पर परचून की दुकान चलाने वाले मनीष ने बताया कि मार्ग पर हादसा होना आम बात है। आए दिन लोग यहां गिरते पड़ते रहते हैं। कई लोग चोटिल भी होते हैं। उन्होंने बताया सड़क पर बिखरी गिट्टियों पर वाहनों के टायर जमकर फिसलते हैं। पास में खड़े पेशे से एमआर साहिल खान ने बताया कि यहां से अक्सर गुजरना होता है। लेकिन सड़कों की हालत इतनी खराब है कि झटके खा खाकर अस्थि पंजर हिल जाते हैं।

बारिश ने तो जैसे सड़कों की पोल ही खोल दी है। जहां देखो गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे हैं। वाहन से तो छोडि़ए पैदल चलना ही मुश्किल है। इस सड़क के हालात भी खराब हैं। इनकी मरम्मत तत्काल करा देनी चाहिए।

अमरजीत सिंह

अगर सड़क की मरम्मत की जा रही है तो उसे कायदे से किया जाए। जिस तरह से फौरी तौर पर काम हुआ कि बारिश के दौरान ही मिट्टी निकल कर बह गई और गिट्टी सड़क पर फैल गई है। अब इन चलना आसान नहीं होता है।

रवि कुमार

जिन विभागों के पास रोड की मरम्मत का काम है उनको इसकी क्वालिटी को चेक कराना चाहिए। ध्यान नहीं देने का नतीजा होता है कि मार्ग जल्द टूट जाते हैं और इसका खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ता है

मिथुन

यह एक महत्वपूर्ण मार्ग है। जो लोग सिविल लाइंस से आते हैं वह विकल्प के तौर पर इस मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। जिससे वह जल्दी टीबी सप्रू, थार्नहिल रोड या स्टैनली रोड पहुंच जाएं। लेकिन अब यह पूरी तरह से जर्जर हो चुका है।

राजकुमार जायसवाल

Posted By: Inextlive