घर का दरवाजा हो या आलमारी अथवा दुकान के शटर की चाबी बनाने के लिए मैकेनिक को बुला रहे हैं तो संभल जाइए. क्योंकि शहर में चाबी बनाने वाले लुटेरे भी हो सकते हैं. ऐसे ही दो लुटेरों ने रविवार को दिनदहाड़े हाईकोर्ट चौराहे के पास दवा व्यवसायी आलोक त्रिपाठी यहां वारदात को अंजाम दिया. चाबी बनाने पहुंचे लुटेरे उनके घर की अलमारी का लॉकर खोल डाले. इसके बाद उसमें रखी लाखों की ज्वैलरी मौका पाते ही समेट लिए. घर वालों की नजर पड़ी तो लुटेरे झांसा देने लगे. खुद पर शक गहराते देख लुटेरे भागने तो लोगों की मदद से दवा व्यापारी के परिजन दौड़ाकर एक बदमाश को पकड़ लिए. उसका साथी भागकर डाकघर में जा छिपा. डाकघर में छिपे बदमाश को भी लोगों ने दबोच लिया. इसके बाद पब्लिक द्वारा दोनों की जमकर धुनाई की गई. फिर सिविल लाइंस पुलिस को सौंप दिए.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। ताला और लॉकर आदि की चाबी बनवाने का आवाज लगाते हुए दो लोग मोहल्ले में घूम रहे थे। रविवार दोपहर उनकी आवाज सुने दवा व्यवसाई आलोक त्रिपाठी के परिजन आवाज दिए। दोनों उनके घर पहुंचे और बताए कि वह खराब ताला और ताले व लॉकर आदि की चाबी बनाते हैं। आलोक के घरवालों ने अलमारी के दरवाजे की चाबी बनाने का उन्हें आर्डर दिया। इस पर दोनों चाबी बनाने के लिए आलमारी के पास पहुंच गए। इसी बीच दोनों आलमारी के लॉकर की चाबी गढ़ लिए। फिर लॉकर खोलकर उसमें रखे लाखों रुपये के जेवरात समेट लिए। वारदात को अंजाम देने के बाद घर वालों को झांसा दिए कि एक घंटे तक आलमारी का दरवाजा कोई नहीं खोलेगा। इसके पहले दरवाजा खोलने पर सेंटर सेट नहीं होगा और फिर लॉक खराब हो जाएगा। दोनों की इस बात पर घर वालों को शक हो गया। वह आलमारी खोले तो उसमें सारी सारी ज्वैलरी गायब थी। यह देखते ही परिवार के लोग शोर मचाने लगे। उनकी आवाज सुनकर बदमाश भागने लगे। व्यापारी के घर वालों की गुहार सुनकर मोहल्ले के लोग बदमाशों को दौड़ा लिए। लोगों ने एक शातिर को दबोच लिया जबकि दूसरा भागकर डाकघर के भीतर छिप गया। व्यापारी के घर वालों संग पब्लिक डाकघर जा पहुंची। पुलिस को खबर देते हुए सभी डाकघर में उसकी तलाश शुरू कर दिए। तब तक सिविल लाइंस पुलिस भी डाकघर पहुंच कर उसकी तलाश में जुट गई। थोड़ी ही देर में उसका साथी भी दबोच लिया गया। यहां दोनों की तलाशी ली गई उनके पास से व्यापारी के घर लूटी गई ज्वैलरी बरामद हो गई। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार बदमाश का नाम नानक ङ्क्षसह पुत्र तारा ङ्क्षसह निवासी दहौद थाना दहौद गुजरात व बलजीत ङ्क्षसह पुत्र ख्याल ङ्क्षसह निवासी डमरडीह थाना बरला जनपद बड़वाली मध्य प्रदेश है। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया तो वह चाबी बनाने के बहाने लोगों के घर में घुस जाते हैं। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया करते हैं।

पहली बार नहीं किए ऐसी घटना
पुलिस की पकड़ में आए बदमाशों ने दवा व्यापारी के घर वारदात को अंजाम देने से पहले भी कई घटनाओं कर चुके हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों ने कबूल किया है कि आलोक त्रिपाठी के साथ ही सिविल लाइंस के दो और परिवार ऐसे हैं जिनके यहां वह घटना को अंजाम दे चुके हैं। अब पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि पकड़े गए बदमाशों के जरिए कितनी घटनाओं को अंजाम दिया गया है। पुलिस को शक है कि पूछताछ में इनसे कई बड़ी घटनाओं का खुलासा हो सकता है।

दोनों बदमाशों को पकड़ लिया गया है। दवा व्यापारी के घर से उनके द्वारा समेटे गए जेवरात बरामद कर लिए गए हैं। शहर में और भी जगह इनके जरिए घटनाएं की गई हैं। इस बाबत पूछताछ की जा रही है।
वीरेंद्र यादव, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस

Posted By: Inextlive