बेगम बाजार पुल: आसमान से गिरे खजूर पर अटके
प्रयागराज (ब्यूरो)। बेगम बाजार पुल भले ही चालू हो गया है लेकिन इसको लेकर परेशानियां कम होने का नाम नही ले रहे हैं। सशर्त पुल पर आवागमन शुरू होने के बाद सेना ने पुल पर बिजली के पोल लगाने पर पाबंदी लगा दी है। जिसे रात में पुल पर अंधेरे में सफर करना होगा। इसके साथ ही पुल पर निश्चित मानक से अधिक ऊंचे वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है। जब तक रनवे की लंबाई बढ़ नही जाती है तब तक यह समस्याएं बनी रहेंगी। अधिकारियों की माने तो यह पाबंदियां एयरपोर्ट से उडऩे वाली फ्लाइट्स की सुरक्षा को लेकर लगाई गई हैं।
रनवे होगा लंबा
फिलहाल जब तक रनवे लंबा नही हो जाता है तब तक रात का पुल का सफर अंधेरे में होगा। तब तक बिजली के पोल नही लगाए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि फ्लाइट को लैंडिंग करते समय काफी नीचे आना पड़ता है ऐसे में बिजली के पोल से दिक्कत हो सकती है। दूसरी ओर एयरफोर्स की तरफ से रनवे के लिए भूमि के सर्वे का काम शुरू हो चुका है। इसके अलावा जिन मकानों के ऊपरी हिस्सो को तोड़ा जाना है, उसकी भी तैयारी चल रही है। ऐसे में फिलहाल रात के समय पुल पर चलना मुश्किल होगा। एयरफोर्स ने बेगम बाजार पुल पर 4.75 मीटर से अधिक ऊंचे वाहनों के पुल पर चलने पर भी रोक लगाई है। रनवे के लंबा होने तक दोनों ओर बैरियर लगाकर इससे ऊंचे वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी।
पुल का निर्माण कार्य सशर्त सितंबर 2024 में फिर से शुरू किया गया। जिसमें एयरफोर्स की शर्तों में रनवे को 350 मीटर लंबा करने के साथ आसपास के कुछ मकानों ऊपरी हिस्सों को तोडऩे की बता कही कई थी। ऐसे में भूमि अधिग्रहण के तहत भारतीय वायुसेना को 67 करोड़ रुपए का बजट दिया जाना तय हुआ। जिसमें हवाई पट्टी को स्थानांतरित किया जाना शामिल है। साथ ही मकानों को ढहाने और भूमि अधिग्रहण में खर्च के लिए 30 करोड़ रुपये मुआवजे के रुप में दिए गए। जिसके चलते बेगम बाजार रेल ओवर ब्रिज के निर्माण में 97 करोड़ रुपये के अतिरि1त बजट का शासन से मंजूरी मिली। इस पुल को पूरा करने में सात साल का समय लग गया।
जब तक रनवे का काम पूरा नही हो जाता है तब तक बिजली के पोल लगाने पर रोक लगाई गई है। साथ ही पुल के दोनों ओर बैरियर भी लगाए जा रहे हैं।
मनोज अग्रवाल, मुख्य परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम