सावधान, कहीं सेहत न बिगाड़ दे यह दूध
आक्सीटोसिन के इस्तेमाल से हो सकता है कैंसर, प्रजनन क्षमता को करता है प्रभावित
किराने की दुकान पर बिक रहा था इंजेक्शन, टीम ने पकड़ा औषधि प्रशासन विभाग की ओर से चलाया जा रहा विशेष अभियान अगर आप लूज मिल्क यूज करते हैं तो होशियार हो जाइए। क्योंकि हो सकता है आपका दूधवाला जानवरों को प्रतिबंधित आक्सीटोसिन इंजेक्शन की डोज लगा रहा हो। इस इंजेक्शन के प्रभाव से दूध पीने वाले को कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा प्रजनन क्षमता भी प्रभावित होती है। आक्सीटोसिन के प्रभाव से शरीर में अन्य घातक बीमारियां भी हो सकती हैं। यही कारण है सरकार ने इंजेक्शन की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया है और शनिवार को किराने की दुकान पर इंजेक्शन की रंगे हाथों बिक्री ड्रग इंस्पेक्टर ने पकड़ लिया। पहले रेकी फिर धरपकड़प्रतिबंधित आक्सीटोसिन इंजेक्शन बेचने वालों की धरपकड़ की जा रही है। शनिवार को बेगम बाजार स्थित शुभम किराना स्टोर से एक एमएल के 72 इंजेक्शन बरामद किए गए। ड्रग इंस्पेक्टर गोविंदलाल गुप्ता ने एक दिन पहले दुकान की रेकी की थी। इसके बाद शनिवार को प्रतापगढ़ ड्रग इंस्पेक्टर राहुल कुमार, एफएसओ किरन यादव व मनीषा सिंह को लेकर छापेमारी की गई। एक सैंपल जांच के लिए भेजा गया है जिसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षित नहीं रह जाता दूध बच्चे देने वाले या कमजोर जानवरों के दूध देने की क्षमता बढ़ाने के लिए यह इंजेक्शन उन्हें लगाया जाता है। इससे जानवरों में अनैच्छिक दूध देने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है और इससे दूधिए का फायदा बढ़ जाता है। जिन जानवरों को अक्सीटोसिन इंजेक्शन लगाया जाता है उनका दूध सेहत के लिए सुरक्षित नहीं होता है। जो इस प्रकार हैं- - आंख और दिल की क्षमता पर बुरा प्रभाव डालता है। - प्रजनन क्षमता कमजोर पड़ने लगती है। - लड़कियां इस दूध के सेवन से समय से पहले व्यस्क नजर आने लगती हैं। - महिलाओं में गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है। - बच्चों की दृष्टि कमजोर हो सकती है। - स्तन कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। - फेफड़े और मस्तिष्क भी प्रभावित होने लगत हैं। - जानवरों के अलावा सब्जियों में भी इस इंजेक्शन का यूज होता है। इसलिए ऐसी सब्जियों के सेवन से बचना चाहिए। - लड़कियों के चेहरे पर दाढ़ी व मूछ निकलने जैसे लक्षण भी देखे जाते हैं।यह प्रतिबंधित इंजेक्शन है और इसे बेचने वालों के खिलाफ ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट के तहत कार्रवाई की जाती है। अगर कोई इस इंजेक्शन की बिक्री करते पकड़ा जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गोविंदलाल गुप्ता, ड्रग इंस्पेक्टर