शेयर के नाम पर व्हाट्स एप ग्रुप के जरिए हो रही ठगीइनवेस्टमेंट के नाम पर फायदे का मैसेज भेजते हैं साइबर ठग

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। प्रयागराज। आपने अपने मोबाइल में व्हाट्स एप खोला और उसमें कोई अनजान ग्रुप दिखे तो बचकर रहने की जरुरत है। साइबर ठगों ने आजकल व्हाट्स एप ग्रुप बनाकर ठगी करना शुरू कर दिया है। ये ठगी शेयर मार्केट में इनवेस्टमेंट के नाम पर हो रही है। प्रयागराज में भी अनजान व्हाट्स एप ग्रुप से ठगी का खेल चलने लगा है। एक के बाद एक कई मामले सामने आने के बाद अब चौकन्ना हो जाने की जरुरत है। वरना थाना कचहरी के चक्कर काटने के अलावा कुछ हाथ नहीं आने वाला है। ये बात दीगर है कि समय रहते साइबर पुलिस एक्टिव हो जाए तो रकम वापस मिल जाए।

मैनेजर को लगा दिया 27 लाख का चूना
टैगोर टाउन में रहने वाले आकाश मेहरोत्रा एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर हैं। जनवरी में आकाश को व्हाट्स एप ग्रुप से जोड़ा गया। ग्रुप में शेयर मार्केट से जुड़े मैसेज आते थे। जनवरी और फरवरी दो महीना तक आकाश व्हाट्स एप ग्रुप को वॉच करते रहे। गु्रप पर सब ठीक समझ आया। ग्रुप में कई लोग जुड़े थे। जोकि आए दिन शेयर में इनवेस्टमेंट के नाम पर फायदे का मैसेज भेजते थे। यह देखकर आकाश ने भी ग्रुप के जरिए शेयर में इनवेस्ट करने का मन बना लिया। आकाश ने डी मैट एकाउंट खोलने के लिए ग्रुप में मैसेज किया। इसके बाद उन्हेें एक लिंक भेजा गया। लिंक पर आकाश ने पूरी डिटेल फिल कर दी। इसके बाद लिंक पर शेयर से मिलने वाले फायदे की अपडेट मिलने लगी। फायदा होता देख डेढ़ महीने में आकाश ने करीब 27 लाख रुपये का इनवेस्टमेंट कर दिया। अचानक 15 अप्रैल को लिंक बंद हो गया। आकाश परेशान हो गए। व्हाट्स एप ग्रुप से जुड़े केवल शख्स का मैसेज आया। वह बंगलौर का रहने वाला है। उसने भी ठगी की आशंका जताते हुए बंगलौर में पुलिस से शिकायत की है। इसके बाद आकाश ने यहां पर साइबर सेल में केस दर्ज कराया है।

रिटायर सार्जेंट से हो गई ठगी
बमरौली के अलका बिहार के रहन वाले सुरेंद्र सिंह एयरफोर्स में सार्जेंट थे। उनके मोबाइल पर एक व्हाट्स एप ग्रुप का मैसेज आया। मैसेज में शेयर मार्केट में इनवेस्ट करने की बात कही गई थी। कुछ दिनों तक ग्रुप को वॉच किया। इसके बाद सुरेंद्र बहादुर ने ग्रुप में मैसेज भेजकर शेयर में इनवेस्ट करने की बात कही। ग्रुप में उन्हें एक लिंक भेजा गया। लिंक पर सारी डिटेल फिल करने के बाद सुरेंद्र सिंह का डी मैट एकाउंट खुल गया। धीरे धीरे सुरेंद्र सिंह ने साढ़े सात लाख रुपये शेयर में इनवेस्ट कर दिया। लिंक में सुरेंद्र बहादुर को फायदा दिखा तो उन्होंने अपनी रकम वापस मांगी। जिस पर उनसे रकम वापस करने के लिए 16 लाख रुपये मांगे गए। इसके बाद अचानक लिंक बंद हो गया। ठगी का एहसास होने पर सुरेंद्र बहादुर ने साइबर क्राइम के टोल फ्री नंबर पर शिकायत की। इसके बाद साइबर थाने में केस दर्ज कराया है।

शेयर मार्केट में ऐसे करें इनवेस्ट
- मोबाइल पर किसी अनजान ग्रुप से बचें।
- ग्रुप पर आने वाले लिंक को टच न करें।
- व्हाट्स एप ग्रुप पर आने वाले मैसेज को देखकर लालच न करें।
- डीमैट एकाउंट अपने बैंक के जरिए खोलें।
- किसी लोकल शेयर कन्सल्टेंट से जानकारी लें।
- लोकल शेयर कन्सलटेंट से जानकारी के बाद इनवेस्टमेंट करें।

शेयर मार्केट के नाम पर फ्रॉड की समस्या आम हो गई है। लोगों को लोकल लेवल पर शेयर कन्सल्टेंट से जानकारी के बाद ही इनवेस्टमेंट करना चाहिए। शेयर में इनवेस्टमेंट से पहले डीमैट एकाउंट अपने बैंक के जरिए खोलें या फिर किसी कंपनी के लोकल आफिस में जाकर पूरी जानकारी के बाद डी मैट एकाउंट खोलें।
डीपी राय, शेयर कन्सल्टेंट

साइबर ठगों से बचने के लिए अनजान व्हाट््स एप ग्रुप से बचना चाहिए। अनजान व्हाट्स एप ग्रुप पर आने वाले मैसेज के जरिए लोगों को लालच दिया जाता है। बाद में साइबर ठगी हो जाती है।
राजीव तिवारी, इंस्पेक्टर साइबर थाना

शिकायत पर होल्ड हो गई रकम
पूरामुफ्ती के रहने वाले सूरज कुमार के बैंक एकाउंट को पिछले वर्ष बीस नवंबर को हैक कर लिया गया। एक बाद उनके एकाउंट से एक लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए गए। इसका मैसेज आने के बाद फौरन सूरज ने साइबर क्राइम की वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज होने के बाद जिस एकाउंट में रकम ट्रांसफर कराई गई थी। उसे होल्ड करा दिया गया। सूरज ने पूरामुफ्ती थाने में केस दर्ज कराया है।

Posted By: Inextlive