बारिश के दौरान हुआ हादसा 2022 में हुआ मकान ध्वस्त करने का आदेश

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। मु_ीगंज क्षेत्र के गाजीगंज मंडी मार्ग में स्थित जर्जर मकान का बारजा बुधवार को बारिश के बाद भरभराकर गिर गया। बारजा गिरने से तीन लोग घायल हो गए। दुकानदार नीजर केसरवानी, पल्लेदार अतुल जायसवाल और राजेंद्र केसरवानी राजू घायल हो गए। सूचना मिलने पर मु_ीगंज थाना की पुलिस पहुंची और घायलों को उपचार के लिए भेज दिया।

कंडम घोषित हो चुका है मकान
जर्जर हो चुके जिस मकान का बारजा गिरा है उसे नगर निगम ने 16 नवंबर 2022 को कंडम घोषित कर जिला प्रशासन के पास ध्वस्तीकरण कराने के लिए पत्र भे दिया था। इसके बावजूद इस मकान में पिछले कई वर्ष से पांच परिवार किराए पर रहता है। बुधवार को सुबह 10 बजे के आसपास बारिश शुरू हुई। बारिश बंद होने के बाद प्रदीप कुमार गुप्ता का भवन संख्या 587 बाबूगंज मु_ीगंज के जर्जर मकान का बारजा गिर गया। इस मकान में आलोक कुमार, नीरज केसरवानी, घनश्याम जायसवाल, रतन जायसवाल और बाबूलाल केसरवानी रहते हैं। नीरज की दुकान यहीं पर है। दोपहर दो से ढाई बजे के आसपास दुकान का सामान रखते समय बारजा गिर गया।

मुआवजा दिलाने की मांग
जर्जर मकान का बारजा गिरने के बाद घायलों को मुआवजा दिलाने की मांग जनहितकारणी समिति की ओर से की गई। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश केसरवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष सुशील जैन ने घायल हुए पल्लेदारों से मुलाकात की और जिला प्रशासन से इस घटना में घायल हुए पल्लेदार को एक-एक लाख और दुकानदार दो लाख मुआवजा दिलाने की मांग की है।

मकान रहने लायक नहीं है इसके बावजूद लोग रह रहे हैं। जर्जर मकानों को सख्ती के साथ खाली कराना चाहिए। जर्जर भवनों की सूची जिला प्रशासन को भेजी जा चुकी है।
सतीश कुमार मुख्य अभियंता, नगर निगम

210 जर्जर मकानों में 1000 से अधिक परिवार
नगर निगम की उदासीनता के चलते शहर में एक हजार से अधिक परिवार की ङ्क्षजदगी पर मौत का साया मंडराता रहता है। 210 जर्जर मकानों में रहने वाले परिवार पर यह संकट बारिश के दौरान और गहरा जाता है। इसके बावजूद निगम के अधिकारी कागजी कार्रवाई करते हुए नोटिस पर नोटिस खेलते रहते हैं। मु_ीगंज में बुधवार को एक मकान का बारजा गिरने के बाद जर्जर मकानों में रहने वाले लोग दहशत में रहे। नगर निगम की ओर से जर्जर मकानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा को लगातार अनदेखा कर रहा है। निगम के अधिकारी जर्जर भवनों में रहने वालों को सिर्फ नोटिस भेज कर खानापूर्ति कर रहा है। बता दें कि वर्ष 2022 में मु_ीगंज हटिया चौराहा स्थित जर्जर मकान का छज्जा गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई थी। करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसी तरह शाहगंज में भी जर्जर मकान के मलबे में दबने से दो मजदूरों की मौत हो गई थी। इन दोनों हादसे के बाद जिला प्रशासन गंभीर हुआ था और आनन फानन में जर्जर मकानों में रहने वालों की सूची बनाए के निर्देश दिए गए हैं।

Posted By: Inextlive