आंख से लेकर त्वचा तक लोग तमाम तरह की एलर्जी से हैं परेशान लापरवाही बरतने पर हो रही है दिक्कत ठीक होने में लगता है समय भीषण गर्मी में तेज धूप और पसीने से तमाम तरह की एलर्जी की समस्या होती है. इनका असर ऐसा होता है कि शुरुआत में लोग समझ नही पाते हैं. बाद में प्राब्लम होने पर इलाज शुरू होता है और मरीज देरी से ठीक होता है. डाक्टर्स का कहना है कि एलर्जी से बचाव के लिए खुद को एलर्ट रखना होगा. शुरुआती लक्षणों में इसका इलाज जरूरी होता है.


प्रयागराज (ब्यूरो)।कॉमन हैं ऐसी एलर्जी1- गर्मियों में आंखों से पानी आना, आंखों में जलन, जुकाम की समस्या का कई लोगों को सामना करना पड़ता है। इस मौसम में नाक-गले की एलर्जी अधिक होती है।2- गर्मी में मक्खी और मच्छर की संख्या बढ़ जाती है, जिससे मलेरिया, डायरिया जैसी बीमारियों की चपेट में लोग आ जाते हैं। 3- पाचन संबंधी शिकायतों भी होती हैं। पसीना अधिक निकल जाने से डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है।4- गर्मियों में कील मुहासे, घमौरी जैसी कई समस्याएं हो जाती हैं। अधिक सेंसेटिव स्किन वालों को अधिक समस्या का सामना करना पड़ता है।5- किसी चीज, सामान, धूल, मिट्टी, धूप की तेज रोशनी व अन्य के संपर्क में आने से त्वचा में लालिमा, खुजली व इरीटेशन की शिकायत हो जाती है।


6- शरीर के अंदरुनी हिस्सों में पसीने की वजह से सफेद और लाल दाने हो जाते हैं जो जल्दी ठीक नही होते हैं।ऐसे होगा बचाव1- घर के खिड़की दरवाजे बंद कर लें, ताकि कम से कम धूल अंदर आए।2- बेडशीट और टॉवल को हर हफ्ते धोएं।3- बालों को भी नियमित धोएं, गर्मी में दो बार नहाएंगे तो बेहतर होगा।4- गर्मी में मिल्क प्रोडक्ट खाने से बचें। इससे एलर्जी की संभावना हो सकता है।

5- जब स्विमिंग करें तो कान में काटन लगा लें।6- बाहर का मत खाएं, जानवरों को भी दूर रखें।जांच में भी नही चलता पताएलर्जी के मरीजों के लक्षण तो आते हैं लेकिन बीमारी का पता नही लग पाता है। अक्सर मरीजों की तमाम जांच होती है लेकिन कोई नतीजा नही निकलता। यही कारण है कि एलर्जी से बचाव की सलाह दी जाती है। तेलियरगंज के रहने वाले मुकेश श्रीवास्तव 15 दिन से जुकाम से परेशान हैं। जांच में भी कुछ पता नही चल सका है। इसी तरह नैनी के दिवाकर कुमार त्रिपाठी भी सांस की बीमारी से परेशान हैं लेकिन जांच में कुछ पता नही चल सका। डॉक्टर्स अब एलर्जी का इलाज कर रहे हैं।ओपीडी में बीस फीसदी मरीजवर्तमान में एलर्जी से ग्रसित बीस फीसदी मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। बेली, एसआरएन और काल्विन हॉस्पिटल की ऐसी स्थिति है। डॉक्टर्स का कहना है कि सबसे ज्यादा त्वचा के रोगी हैं। धूप की वजह से उनकी स्किन में रैशेज, लाल चकत्ते और खुजली की शिकायत होती है। दाने भी हो जाते हैं जो देर से ठीक होते हैं।

एलर्जी ऐसी समस्या है जिसका पता जल्द नही चल पाता है। मरीजों को जांच में भी पता नही चलता। इसलिए होमियोपैथी में कुछ दवाएं हैं जो एलर्जी में बेहतर काम करती हैं। धीरे धीरे मरीजों को राहत होने लगती है।डॉ। अनुज गुप्ता, प्रीति नर्सिंग होमस्किन की एलर्जी से बचने के लिए त्वचा का ख्याल रखना होगा। तेज धूप में नही निकलना है। शरीर और चेहरे को ढंककर रखना है। अगर समस्या अधिक गंभीर है तो फिर समय से इलाज शुरू करना होगा।डॉ। राजीव सिंह, नारायण स्वरूप हास्पिटल

पसीने के आंख में जाने से कई प्रकार की एलर्जी होने लगती है। इससे भी बचाव जरूरी है। अगर आंख में जलन और खुजली हो रही है तो तत्काल डॉक्टर की राय लें। नही तो समस्या अधिक देर में ठीक होगी।डॉ। राहुल केसरवानी, केसरवानी होमियो क्लीनिक

Posted By: Inextlive