अतीक के खास 'एसपी सिटी की तलाश
प्रयागराज (ब्यूरो)। विधायक राजू पाल मर्डर केस में गवाह रहे उमेश पाल व उसके दो गनर की हत्या करने वाले शूटरों की तलाश तेज है। पुलिस हर संभावित ठिकानों पर दबिश देने में जुटी है। जिन लोगों से शूटरों का पता चलने की उम्मीद है वे सभी पकड़े व ट्रेस किए जा रहे हैं। तफ्तीश में जुटी पुलिस को अब अतीक अहमद के खास 'एसपी सिटीÓ की तलाश है। गुनाह अतीक का रहा हो या फिर उसके गुर्गों का, उस पर थाने से लेकर चौकी तक यही एसपी सिटी ही पर्दा डाला करता था। बात उन दिनों की है जब अतीक व उसके गुर्गों के खौफ से जिला थर्राया करता था। एसपी सिटी ही अतीक गैंग का ऐसा मेंबर था जिसे हर बात मालूम हुआ करती थी। घटना के बाद पुलिस विभाग में अपनी मजबूत सेटिंग और पकड़ के बूते सभी को बया करता था। अपने इसी हुनर के दम पर वह अतीक गैंग में सब का दुलारा बन गया था। अब पुलिस को शक है कि इस तथाकथित एसपी सिटी को उमेश पाल के शूटर कहां छिपे है? इसबात की जानकारी जरूर होगी।
तालिब से ऐसे पड़ा एसपी सिटी नाम
अतीक के खास इस एसपी सिटी का मूल नाम तालिब है। बताते हैं कि अतीक गैंग में शामिल होने से पहले तालिब मेहनत मजदूरी किया करता था। रातों रात लखपति बनने का ख्वाब देखा तो वह अतीक के दरबार में जा पहुंचा। अतीक के यहां पहले उसे मेहनत मजदूरी के ही काम मिले थे। चूंकि तालिब बैठक बाज और वाकपटु था, इसलिए लोगों से हर तरह की बात वह आसानी से कर लिया करता था। एक बार अतीक के गुर्गे मारपीट मामले में फंस गए। अतीक से बगैर पूछे तालिब उसे थाने से छुड़ा दिया था। इसके बाद कई बार ऐसा हुआ जब तालिब अतीक के गुर्गों को बचाने का काम किया। इस काम के बाद वह अतीक के कुछ करीब जा पहुंचा। जानकार कहते हैं कि एक बार धूमनगंज थाने में अतीक के कहने पर गुर्गे जमीन कब्जा करने को लेकर गदर काट दिए थे।
विश्वास पर खरा था तालिब
मामले को रफा दफा कराने के लिए अतीक अहमद ने तालिक को भेजा था। तालिब अतीक के विश्वास पर खरा उतरा और सभी को पाक साफ बचा लाया। कई दफा ऐसे चमत्कार करने के बाद तालिब अतीक गैंग का खास मेंबर बन गया था। सिर पर अतीक ने हाथ रखा तो तालिब भी गुण्डागर्दी शुरू कर दिया। अब अतीक के गुर्गे तालिब को सम्मान देने लगे थे। इस लिए वह भी लोगों पर रौब गालिब करने लगा था। एक दिन अतीक अपने चकिया वाले घर पर दरबार लगाया था। इसी बीच कुछ गुर्गे तालिब का बखान शुरू कर दिए। इससे खुश होकर अतीक ने तालिब को एसपी सिटी का उप नाम दिया था। अतीक द्वारा नामकरण किए जाने के बाद उसे गुर्गे ही नहीं पब्लिक भी एसपी सिटी के नाम से जानने लगी थी। खुद अतीक भी उसे इसी नाम से बुलाया करता था।
इसलिए तलाश कर रही पुलिस
पिछले वर्ष छह अगस्त 2022 को पूरामुफ्ती पुलिस द्वारा तालिब उर्फ एसपी सिटी को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। पुलिस के मुताबिक वह जेल से छूट कर बाहर गया था। उमेश पाल व उसके दो गनर की हत्या के बाद वह भी अंडरग्राउंड हो गया है। पुलिस को शक है कि इस तालिब उर्फ एसपी सिटी को उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटरों व अतीक के बेटे असद के ठिकाने की पूरी जानकारी होगी। यही वजह है कि अब धूमनगंज पुलिस इस तथाकथित एसपी सिटी की तलाश में जुट गई है। माना जा रहा है कि उसके पकड़े जाने के बाद अतीक व उसके गैंग से जुड़े कई राज पुलिस के हाथ लग सकते हैं। यह राज उमेश पाल मर्डर केस की जांच में भी पुलिस के लिए अहम साबित हो सकते हैं।