अतीक का बहनोई और वकील भी बने साजिशकता
प्रयागराज ब्यूरो । सुलेमसराय एरिया के जयंतीपुर में 24 फरवरी की शाम दिनदहाड़े बम और गोलियों से छलनी कर दिये गये अधिवक्ता उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर प्रकरण में धूमनगंज पुलिस ने शनिवार को एक और चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी। इस बार दाखिल की गयी चार्जशीट में कुल आठ नाम हैं। सूत्रों के अनुसार चार्जशीट में इन सभी की भूमिका मददगार की बताई गयी है। शनिवार को दाखिल की गयी चार्जशीट 1979 पेज की है। इसमें दिवंगत हो चुके माफिया अतीक के बहनोई डा। एखलाक और वकील रहे खान शौलत हनीफ का नाम भी शामिल है। एक आरोपी सदाकत खान के खिलाफ पुलिस पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इस प्रकरण में नामजद पांच रुपये के इनामी समेत तीन अन्य से अभी तक पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। पुलिस कोर्ट में अतीक की बहन की संलिप्तता भी बता चुकी है। इससे माना जा रहा है कि पुलिस की तरफ से अभी और चार्जशीट दाखिल की जाएंगी। इसके बाद ही पूरी तरह से स्पष्ट होकर सामने आयेगा कि पूरी साजिश की शुरुआत हुई कहां से और किसने किस स्तर पर क्या भूमिका अदा की।
नामजद चार मारे जा चुके
उमेश पाल हत्याकांड में नामजद अतीक के एक बेटे समेत दो को इनकाउंटर में मार गिरा चुकी है। अतीक और उसका भाई अशरफ भी इस हत्याकांड में नामजद था। उन दोनों की हत्या हो चुकी है। अभी पुलिस को अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करनी है। अभी तक यह पता नहीं है कि नामजद लोगों की लिस्ट में शामिल अतीक का दूसरा बेटा कौन है। इसके अलावा तीन अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, शूटर गुड्डू मुस्लिम समेत तीन पकड़ से बाहर हैं। पकड़े जाने के बाद ही इनसे पूछताछ संभव हो सकेगी। इसी से संभावना जताई जा रही है कि प्रकरण में अभी और चार्जशीट दाखिल की जाएगी। अतीक की बहन आयशा नूरी का नाम पुलिस की विवेचना में सामने आया है। वह अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ी है। उसका नाम भी आज दाखिल की गयी चार्जशीट में नहीं है। अदालत चार्जशीट पर 21 जून को सुनवाई करेगी।
24 फरवरी को हुई उमेश की हत्या
जयंतीपुर सुलेम सराय के रहने वाले उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी को उसके घर के सामने हमला करके की गई। घटना में उमेश के दो सरकारी गनर भी मारे गए थे। उमेश की पत्नी जया पाल की तहरीर पर माफिया अतीक अहमद, बीवी शाइस्ता, बेटों, अशरफ और गुड्डू मुस्लिम के खिलाफ धूमनगंज पुलिस ने केस दर्ज किया था। पुलिस ने घटना की विवेचना शुरू की तो एक के बाद एक नाम बढ़ते चले गए। मौके पर हमले में शामिल आरोपियों के अलावा कई अन्य लोगों के नाम सामने आए, जिन्होंने घटना में सहयोग किया था। विवेचना के दौरान मुकदमे में एससी एसटी एक्ट भी बढ़ाया गया है। जिसकी वजह से मामले की चार्जशीट एससी एसटी कोर्ट में दाखिल की गई है। उमेश पाल हत्याकांड की विवेचना एसीपी वरुण कुमार कर रहे हैं।
चार्जशीट में सीबीआई का फारमेट
किसी भी मामले में सीबीआई अपनी चार्जशीट दाखिल करते समय एक एक आरोपी का पूरा ब्योरा दर्ज करती है।
इसके बाद क्रमवार आरोपियों की अपराध में संलिप्तता की जानकारी दर्ज करती है।
इससे केस की सुनवाई में आसानी होती है।
साथ ही अपराध में कई आरोपियों के शामिल होने पर किसी एक या अन्य आरोपी का पक्ष कोर्ट के सामने रखने में आसानी होती है।
ऐसे में उमेश पाल हत्याकांड में चार्जशीट का फारमेट सीबीआई की तर्ज पर रखा गया है।
ताकि कोर्ट को केस की सुनवाई में आसानी हो और किसी भी आरोपी को अपना कारित अपराध कमजोर बताने का मौका न मिल सके।
एसीपी धूमनगंज वरुण कुमार को जब विवेचना की जिम्मेदारी मिली तो एसीपी ने विवेचना में लगे पुलिस कर्मियों को चार्जशीट सीबीआई की तर्ज पर तैयार करने का निर्देश दिया।
डा.एखलाक अहमद (अतीक का बहनोई)
खान शौलत हनीफ (अतीक का वकील)
कैश अहमद
राकेश उर्फ लाला
नियाज अहमद
शाहरुख
इकबाल अहमद
मो.अरशद अभी पुलिस को है इनकी तलाश
उमेश हत्याकांड में कई आरोपी बनाए गए हैं। जिसमें पचास हजार की इनामी अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन, अशरफ की बीवी जैनब, अतीक की बहन आयशा नूरी और उसकी दो बटियों की तलाश पुलिस को है। इनके अलावा शूटर साबिर, गुड्डू मुस्लिम और अरमान की भी पुलिस को तलाश है। इनके ऊपर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम है। इनका हो चुका है एनकाउंटर
उमेश पाल और उसके दो सरकारी गनर को मारने में शामिल अतीक के बेटे असद, गुलाम, विजय चौधरी, कार चालक अरबाज पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं।
पुलिस ने अब की ये कार्रवाई
नौ आरोपी किए जा चुके हैं गिरफ्तार
आरोपी सदाकत खान के खिलाफ दाखिल हो चुकी है चार्जशीट
1857 पेज की है पहली चार्जशीट
इस हत्याकांड से जुड़ा बताकर चार आरोपितों को पुलिस इनकाउंटर में ढेर कर चुकी है
नामजद आरोपित अतीक और अशरफ की हत्या हो चुकी है
उमेश पाल हत्याकांड में बनाए गए हैं कुल 23 आरोपित बनाए जा सकते हैं
वरुण कुमार
एसीपी धूमनगंज