जैसा सोना, वैसा ही मिलेगा दाम
ज्वेलरी की दुकानों पर पसरा है सन्नाटा, ठिठके हैं ग्राहक, फोन पर कर रहे हैं पूछताछ
बिना सोने की जांच कराए मुश्किल होगा सोना खरीदना हालमार्क को अनिवार्य करने का नियम जितना ज्वैलर्स के लिए सिरदर्द भरा है उतना ही पब्लिक के लिए भी परेशानी भरा साबित हो रहा है। पिछले दो दिन शहर की अधिकतर ज्वेलरी की दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। पब्लिक परेशान है। वह अपनी क्वेरीज के लिए ज्वेलर्स को फोन कर सवाल पूछ रही है। हालांकि सरकार ने साफ कर दिया है कि जैसा सोना होगा अब वैसा ही दाम मिलेगा। पब्लिक को अगर बाजार में अपना सोना बेचना है तो पहले इसकी जांच करानी होगी। ज्वेलरी बनाकर लेंगे मेकिंग चार्जफिलहाल सरकार का कहना है कि दुकानदार पब्लिक का सोना खरीद सकते हैं, लेकिन इसकी जांच करानी होगी और फिर इसे पिघलाकर स्टैंडर्ड कैरेट का गहना बनाना होगा। इस प्रक्रिया में ज्वैलर्स अपना मेकिंग चार्ज ले सकते हैं। अगर ग्राहक के पास पुराना सोना है तो संभव है उसमें तांबा या चांदी की मिलावट हो। ऐसे में उसको पिघलाना जरूरी होगा। सोने को हालमार्क की मुहर लगवाने के लिए ऐसा करना जरूरी होगा।
जांच करा लीजिए ताकि इमरजेंसी में न हो दिक्कतएक्सपर्ट्स का कहना है कि इस नियम से पब्लिक को घबराने की जरूरत नहीं है। यह उनके फायदे के लिए है। जिन के पास ज्वेलरी है वह इसकी जांच करा लें। बैंक भी वैल्यूवर भेजकर ज्वैलरी की शुद्धता की जांच कराता है फिर लोन देता है। इससे सोने की वैल्यू पता चल जाएगी और इमरजेंसी में बेचा जा सकता है।
व्यापारी के कुछ सवाल और उनके जवाब सवाल- क्या अब कोई भी सिर्फ पर्चेज या सेल बिल ले या दे सकेगा? जवाब- नहीं, क्योंकि हर पर्चेज और सेल की एंट्री के साथ हालमार्किंग की एंट्री भी होगी। सवाल- क्या रिटेलर दो लाख के ऊपर में कैश में माल बेच सकेगा? जवाब- नहीं, मैनुफैक्चरर और होलसेलर अपना लोगो लगाकर रिटेलर को माल देगा तो उसे बिल के बिना रिटेलर कैसे खरीदेगा। रिटेलर अब बिना बिल माल बेच भी नहीं पाएगा। सवाल- क्या कोई भी पुराना माल 10000 के ऊपर का कैश में खरीद सकेगा? जवाब- नहीं। सवाल- क्या स्टाक रजिस्टर के बिना व्यापार हो पाएगा? जवाब- नहीं क्योंकि हालमार्किंग का पूरा रिकार्ड यूआईडी के साथ हालमार्किंग एजेंसी के पास उपलब्ध है। हर माल के यूआईडी नंबर से पता चल जाएगा कि माल किसने और किसको बेचा है। सवाल- सरकार ने रजिस्ट्रेशन फीस में छूट क्यों दी है?जवाब- ताकि सरकार को पता चल सके कि इस देश में कितने जेवर व्यापारी हैं और उसमें से कितने लोग जीसएटी और इनकम टैक्स भर रहे हैं।
सवाल- छोटे व्यापारियों पर क्या असर होगा? जवाब- अब व्यापारी को पूरा काम बिल से करना होगा चाहे वह छोटा हो या बड़ा, जीएसटी और इनकम टैक्स देना होगा। कोरोना की दूसरी लहर में बहुत से लोगों को पैसे की जरूरत थी तो उन्होंने बाजार में सोना गिरवी रख दिया या बेच दिया। लोगों को अभी से अपने सोने की जांच करा लेनी चाहिए। जिससे उन्हें आगे दिक्कत न हो। पंकज कुमार गुप्ता बाजार में तमाम प्रकार की अफवाह उड़ रही है इसलिए लोग अभी हालात सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। जो लोग पहले से हालमार्किंग ज्वैलरी खरीद रहे हैं उन्हें चिंता करने की जरूरत नही है। शिप्रा टंडन यह तो पक्का है कि आने वाले दिनों में सोने का व्यापार पूरी तरह से साफ सुथरा हो जाएगा। लोगों को शुद्ध सोना मिलेगा। पैसा तो अभी भी हम पूरा दे रहे हैं। सामान शुद्ध नहीं मिलता है। सुनीला सेठहमलोगों को क्या दिक्कत है। हम शुरू से हालमार्क सोना बेचते आ रहे हैं। हमारे ग्राहक अभी भी हमारे पास आ रहे हैं बस उनके कुछ सवाल जिनके जवाब देने पड़ रहे हैं। इसलिए जो समझदार है उसे चिंता नही करनी है।
पंकज सिंह राणा ज्वैलर्स, सिविल लाइंस एक सितंबर तक सरकार ने कुछ छूट दे रखी है। फिर भी मेरा कहना है कि पब्लिक के पास अगर सोना है तो इसे सेंटर पर टंच कराकर देख लें। अपने आप इसकी वैल्यू पता चल जाएगी। अभिनव राजवंश ज्वैलर्स