- सीएमओ सहित तमाम अधिकारियों ने देखी तैयारियां भर्ती किया गया मरीज


प्रयागराज ब्यूरो । कोरोना के बढ़ते केसेज स्वास्थ्य विभाग के लिए सिरदर्द बन गए हैं। शहर के अस्पतालों में कोरोना से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिले नौ अस्पतालों में हुए मॉक ड्रिल का जायजा लेने वालों में सीएमओ डॉ। आशू पांडेय समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों के लिए अलग-अलग नोडल बनायें गए हैं । वह खुद बेली अस्पताल पहुंचे थे। यहां देखा गया कि अस्पताल कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कितना तैयार है। जिसमे 7 साल की बच्ची को कोरोना मरीज मानकर उसे कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया। जहाँ पर तत्काल उसका इलाज शुरू किया गया। यहां चली मॉक ड्रिलजिले में मंगलवार को बेली अस्पताल,


स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल, रेलवे चिकित्सालय, यूनाइटेड मेडिसिटी चिकित्सालय, कैंटोनमेंट चिकित्सालय अशोक नगर, इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (कोटवा एट बनी, फूलपुर, रामनगर व मांडा) को चयनित किया गया। यहां ऑक्सीजन प्लांट तथा ऑक्सीजन कंसनट्रेंटर की क्रियाशीलता, वेंटीलेटर्स की उपलब्धता एवं क्रियाशीलता, अस्पताल में स्टाफ की उपलब्धता एवं अन्य उपकरणों के साथ दवाईयों की उपलब्ध भी देखी गई। उन्होंने कहा कि इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी और जो भी कमियां इसमें मिलती हैं उसे तत्काल दुरूस्त कराया जाएगा।

जिसने देखा वह रह गया हक्का बक्काबेली अस्पताल में हुई मॉक ड्रिल वैसे तो तैयारियों को परखने की रिहर्सल थी। लेकिन इसे देखने वालों की भीड़ लग गई। उन्हें लगा कि वाकई कोई कोरोना का गंभीर मरीज आ गया। डॉक्टर्स और स्टाफ पूरी तरह से किट में थे और मरीज को कोरोना वार्ड में शिफ्ट किया गया। यह इतनी फुर्ती में हुआ कि लोगों को इसमें हकीकत नजर आने लगी। हालांकि बाद में उन्हें बताया कि यह रिहर्सल मात्र है और घबराने की जरूरत नही है। बचना है तो फॉलो करिए प्रोटोकॉलसीएमओ ने इस दौरान लोगों से अपील की है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। ऐसा करने से कोरोना के संक्रमण से बचाव होगा। वर्तमान में जिले में कोरोना के 36 केसेज एक्टिव हैं और मरीजों का होम आइसोलेशन में इलाज किया जा रहा है। जिस तेजी से केस बढ़ रहे हैं उसको देखते हुए लोगों को एलर्ट किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive