जाम से परेशान हुई पब्लिक पर सेना हुई मेहरबान
प्रयागराज ब्यूरो । महाकुंभ से पहले एक-एक करके निर्माण कार्यों की बाधाएं कम हो रही हैं। मंगलवार को इसी कड़ी में एक और उपलब्धि जुड़ गई। सेना ने छिवकी आरओबी को एनओसी देकर उसके निर्माण कार्य में आ रही अड़चन को खत्म कर दिया है। इसी माह इसका निर्माण शुरू होने की संभावना है। पुल के शुरू हो जाने के बाद छिवकी एरिया में जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। जिसका फायदा महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को मिलेगा। अब भुगतान की कुछ औपचारिकताएं सेतु निगम को पूरी करनी हैं जिसमें एक सप्ताह का समय लग सकता है। सेतु निगम के अधिकारियों की मानें तो इसी माह के अंदर छिवकी रेलवे पुल के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जायेगा।मटेरियल भेजने का काम शुरू
बता दें कि मंगलवार को एनओसी मिली और इसी के साथ सेतु निगम के अधिकारियों ने निर्माण सामग्री भिजवाना शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि इसी माह में निर्माण शुरू शुरू करा दिया जाएगा। एक सप्ताह के भीतर तमाम औपचारिकताओं को भी पूरा कर लिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक सेना की 14 हजार स्क्वायर मीटर जमीन पुल के निर्माण में आ रही थी। जिसके चलते लंबे समय से भूमि अधिग्रहण को लेकर रक्षामंत्रालय की तरफ से वार्ता चल रही थी।
14 हजार रुपए देना होगा किरायासेना की जमीन लाइसेंस स्कीम के आधार पर ली गई है। जिसमें प्रतिवर्ष सेना को 14 हजार रूपये बतौर किराया देना होगा। इसके अलावा 95 लाख की सिक्योरिटी चुकाने के बाद सेतु के निर्माण का कार्य शुरू किया जा सकेगा। इससे पहले ईवीआई (इक्वल वैल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर) के आधार पर सेना के भूमि अधिग्रहण की बात हो रही थी। जिसमें सेतु निगम को 19 करोड़ रूपये चुकाने पड़ते। जाम से निजात दिलाएगा आरओबीछिवकी आरओबी बनने के बाद सबसे ज्यादा फायदा बांदा की ओर से आने वाले वाहनों को मिलेगा। यह जाम में घंटों फंसने के बजाय पुल से होकर निकल जाएंगे। इसके अलावा दुगराजपुर, छितोपुर, करमा व करछना रूट से आने वालों को भी जाम से निजात मिल जाएगी। खासकर कुंभ 2019 के दौरान इस रूट पर 2019 में जाम की काफी समस्या सामने आई थी। इसके बाद इस आरओबी के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी थी।हवाई पट््टी की जद में आने वाले मकान होंगे ध्वस्त
बेगम बाजार रेलवे पुल का काम भी तेजी से चल रहा है। जिसमें लखनऊ से आई सर्वे टीम व एयर फोर्स की रिपोर्ट के आधार पर कुल 12 मकान रुकावट बन रहे हैं। हवाई पट्टी के विस्तार के दौरान छह छोटे मकानों को पूरी तरह से ध्वस्त किया जाएगा। बाकी छह भवनों की ऊपरी मंजिल में तोडफ़ोड़ की जाएगी, जिससे विमान के टेकआफ और लैंडिंग में किसी प्रकार की समस्या न हो। छिवकी रेलवे सेतु के निर्माण का रास्ता सेना की एनओसी मिलने के बाद साफ हो गया है। उम्मीद है आईईआरटी और चौफटका पुल के निर्माण को भी जल्द ही सेना से हरी झंडी मिल जाएगी। मनोज अग्रवाल, मुख्य परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम