तेज धार छुरियों से मातम रहा आकर्षण का केन्द्रतैयारी के साथ निकला दुलदुल का जुलूस

प्रयागराज ब्यूरो । दो माह और आठ दिनों तक चलने वाले अजादारी के दौर में करबला के बहत्तर शहीदों का चेहल्लुम बुधवार को शहर के विभिन्न हिस्सों से गमगीन माहौल में निकाला गया। इसमें शामिल अंजुमनों ने नौहे पढ़े। दुलदुल जुलूस पूरी साज सज्जा के साथ निकला तो तेज धार छुरियों से मातम हैरत में डाल देने वाला रहा। इस मौके पर ब्लड डोनेशन कैंप का भी आयोजन किया गया। करीब 73 लोगों ने ब्लड डोनेट किया।

जोहर की नमाज के बाद शुरुआत
नवाब आजम हुसैन के अजाखाने में मौलाना आमिरुर रिजवी की तकरीर के बाद काजिम अब्बास, ऐजाज हुसैन, अहमद जावेद कज्जन, जरगाम हैदर आदि ने पुरदर्द मर्सिया पढ़ते हुए जुलूस निकाला जो बच्चा जी धर्मशाला तक पहुंचा। जोहर की नमाज के बाद सिलसिलेवार अन्जुमनों ने नौहा पढ़ते हुए जुलूस निकाला। सबसे पहले अन्जुमन हुसैनिया कदीम दरियाबाद उसके पीछे अन्जुमन शब्बीरिया रानीमंडी व अन्जुमन अब्बासिया रानीमंडी ने सिलसिलेवार नौहा पढ़ा और डॉ चड्ढा रोड कोतवाली नखास कोहना खुल्दाबाद हिम्मतगंज होते हुए चकिया स्थित शिया करबला पहुंचे। आजम हुसैन से निकले जुलूस की अगुवाई शुजा हैदर, जलाल हैदर, कमाल हैदर, जहीर बाकर जहीर जाफर, जहीर काजिम आदि ने की। दूसरा बड़ा दुलदुल का जुलूस अन्जुमन हैदरिया रानीमंडी के नौहाख्वान हसन रिजवी व साथियों के नौहाख्वानी के साथ निकाला गया। अन्जुमन मजलूमिया के नौहाख्वान अरशद, इरशाद हुसैन आदि भी नौहों और मातम की सदाओं को बुलन्द करते हुए जुलूस लेकर करबला पहुंचे। तीसरा जुलूस इमामबाड़ा हाशिम रजा आब्दी से अन्जुमन आबिदया के नौहाख्वान मिर्जा काजिम अली के नेतृत्व में निकाला गया।
कर लिया लहूलुहान
अन्जुमन शब्बीरिया अन्जुमन अब्बासिया अन्जुमन अन्जुमन मजलूमिया अन्जुमन हैदरिया व अन्जुमन आबिदया के सदस्यों ने कोतवाली से नखास कोहना तक तेज धार की छूरीयों से लैस जंजीरों से पुश्तजनी व तेज धार की छूरीयों (कमा) से सर पर मातम कर इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के नाम पर अपने आप को लहुलुहान कर लिया। जुलूस में सभी मातमी अन्जुमनो के परचम (अलम) के साथ ताबूत हजरत इमाम हुसैन, ताबूत हजरत अली अकबर, बिस्तर आबिदे बीमार, ज़ुलजनाह, जनाबे जैनब उम्मे कुलसूम की ऊंटों पर रखी अमारी भी शामिल रहीं। रास्ते भर अकीदतमन्दों ने तबर्रुकात पर फूल माला चढ़ा कर नम आंखों से अकीदत पेश की। देर शाम करबला पहुंचे जुलूस में शामिल तबर्रुकात के फूलों को अश्रुपूरित नेत्रों से गंजे शहीदा में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। जवादुल हैदर रिजवी, डॉ रिजवान हैदर रिजवी, ताज रिजवी, खुशनूद रिजवी, मोहम्मद कैसर, गौहर काजमी, कौसर अस्करी, मसूद आब्दी, सैय्यद मोहम्मद अस्करी, शाहिद प्रधान, सलमान मुस्तफा, आसिफ रिजवी, जामिन हसन, शजीह अब्बास परवेज, अख्तर अंसारी, फसाहत हुसैन आदि शामिल रहे।

पानी शर्बत व खाने के लगे शिविर
रानीमंडी से लेकर चकिया स्थित करबला तक स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा ठण्डे पानी, शर्बत, चाय, बिस्किट, नांद कबाब बिरयानी अकीदतमन्दों को तकसीम की जाती रहीं। यादगार हुसैनी इन्टर कालेज में अकीदतमन्दों को काली मसूर की दाल, जीरा चावल सलाद व चटनी के साथ दस्तरख्वान सजा कर खिलाया गया। अन्जुमन ग़ुन्चा ए कासिमया बख्शी बाजार की ओर से अहमदगंज ताहिरा हाऊस में नजरे शोहदाए करबला व असीराने करबला दिलाई गई जिसमें सैकड़ों लोगों ने शिरकत करते हुए नजर चखी।

53 यूनिट रक्तदान कर दिया इंसानियत का पैगाम
इंकलबी ब्लड डोनर एसोसिएशन व नाज ब्लड बैंक के संयुक्त तत्वावधान में हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चेहलुम के अवसर पर यादगार हुसैनी इन्टर कालेज में रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। यहां करीब 53 युनिट रक्तदान किया गया। ब्लड डोनेट करने वालों में 129 बार रक्तदान कर चुके मो। मेंहदी नकवी, आरिज, अली काजमी, जहीर अब्बास, हैदर अब्बास, मो। नकवी, हुसैन अस्करी, मो। शारिक, हुसैन अहमद, मो। अब्बास, कुमैल हुसैन, ज़ुल्फेकार हैदर, अहमद अब्बास, सैय्यद तौहीद हैदर शामिल रहे।

Posted By: Inextlive