अपना दल एस नेता की गोली मारकर हत्या
प्रयागराज (बयूरो)। रविवार सुबह अपना दल एस के नेता इंद्रजीत पटेल की हत्या कर दी गई। इंद्रजीत अपने खेत में गया था। तभी उसे पड़ोसी ने पिस्टल से गोली मार दी। सिर में गोली लगते ही इंद्रजीत गिर पड़ा। हत्यारोपित घटना के बाद भागकर गांव के पास बाग में छिप गया। वह भागा नहीं। घायल नेता को गंभीर हालत में पास के निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां पर डाक्टरों ने इंद्रजीत को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बाग में घेराबंदी की। मगर हाथ में पिस्टल लिए हत्यारोपित खुद को गोली मार देने की धमकी देने लगा। मौके पर पहुंची एसटीएफ ने हत्यारोपित को काबू करके पकड़ा। घटना के बाद गांव में अपना दल एस के नेताओं का जमावड़ा लग गया। घटना को लेकर गांव में आक्रोश का माहौल रहा।
ये है मामला
अब्दालपुर गांव के रहने वाले देवतादीन पटेल और रामसुमेर पटेल पड़ोसी हैं। दोनों के बीच 2010 से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। दोनों परिवारों में आए दिन जमीन के विवाद को लेकर कहासुनी होती रहती थी। रविवार सुबह देवतादीन का बेटा इंद्रजीत पटेल खेत की जोताई कराने के लिए ट्रैक्टर बुलाने गया। इसके बाद वह सीधे खेत पर पहुंच गया।
सिर में मार दी गोली
इंद्रजीत पटेल खेत में पहुंचा। वहां पर पहले से पड़ोसी रामसुमेर का बेटा सर्वेश पटेल मौजूद था। अचानक उसने अपने दोनों में पिस्टल निकाल लिया। पिस्टल दिखाकर सर्वेश इंद्रजीत से गाली गलौच करने लगा। इंद्रजीत ने विरोध किया तो सर्वेश ने फायर करना शुरू कर दिया। फायरिंग होने पर इंद्रजीत भागा, मगर एक गोली उसके सिर में लग गई। गोली लगते ही वह गिर पड़ा् सिर से खून का फौव्वारा छूट पड़ा।
गोली चलते ही गांव में हड़कंप मच गया। इंद्रजीत को गोली मारी गई तो उस समय आसपास के खेत में लोग काम कर रहे थे। शोर गुल सुनकर इंद्रजीत की मां सविता, बहन प्रीतिका और पड़ोस के महेंद्र कुमार, रामखेलावन पहुंच गए। गोली मारने के बाद सर्वेश खेत में ही घूम रहा था। परिवार और गांव के लोग पहुंचे तो सर्वेश गांव के पास बाग में जाकर छिप गया। गांव के लोग इक_ा हो गए। आनन फानन में इंद्रजीत को पास के अस्पताल ले जाया गया। वहां पर डाक्टरों ने इंद्रजीत को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस अस्पताल पहुंच गई। पुलिस ने अस्पताल में ही इंद्रजीत की बॉडी को कब्जे में ले लिया।
आत्महत्या की देता रहा धमकी
हत्यारोपित के बाग में छिपे होने की सूचना पर पुलिस गांव पहुंच गई। कुछ ही देर में सोरांव के अलावा मऊआइमा, नवाबगंज, फाफामऊ और होलागढ़ थाने की भी फोर्स बुला ली गई। पुलिस कर्मियों ने बाग की घेराबंदी की। इस पर सर्वेश अपने दोनों हाथ में पिस्टल लेकर फोर्स के सामने आ गया। एक पिस्टल सर्वेश ने अपनी कनपटी पर लगा दी और आत्महत्या करने की धमकी देने लगा, जबकि दूसरी पिस्टल सर्वेश ने पुलिस वालों पर तान दी।
करीब एक घंटा तक सर्वेश दोनों हाथ में पिस्टल लेकर फोर्स के सामने बाग में घूमता रहा। मगर पुलिस को कुछ समझ नहीं आ रहा था। इस पर पुलिस अफसरों ने एसटीएफ को बुलाया। एसटीएफ के जवान बुलट प्रूफ जैकेट लेकर गांव पहुंचे। एसटीएफ के जवानों ने सर्वेश को सरेंडर करने के लिए कहा। करीब दो घंटा तक सर्वेश दोनों हाथ में पिस्टल लेकर घूमता रहा। इस दौरान एसटीएफ के जवान और पुलिस के दारोगा उससे बात करते रहे, मगर पास जाने पर वह खुद को मार देने की धमकी देने लगता था। आखिरकार एसटीएफ के जवानों ने सर्वेश को किसी तरह काबू में कर लिया। उसे हिरासत में ले लिया गया।
एकलौता बेटा था इंद्रजीत
इंद्रजीत अपने पिता देवतादीन का एकलौता बेटा था। देवतादीन दिल्ली में रहकर टैक्सी चलाते हैं। घटना की सूचना के बाद वह दिल्ली से गांव के लिए रवाना हो गए। उधर, इंद्रजीत की मौत से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। इंद्रजीत की तीन बहने हैं। जिसमें बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। इंद्रजीत की मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया।
गांव में पहुंचे अपना दल एस के नेता
इंद्रजीत एलएलबी अंतिम वर्ष का छात्र था। वह अपना दल एस में अधिवक्ता प्रकोष्ठ में जिला सचिव के पद पर था। इंद्रजीत की हत्या की खबर सुनते ही गांव में अपना दल एस के नेताओं ने डेरा डाल दिया। पूर्व सांसद नागेंद्र सिंह पटेल, जिला अध्यक्ष भानू पटेल, प्रदेश सचिव अम्माद हसन समेत दर्जनों नेता गांव पहुंचे। भाजपा सांसद प्रवीण पटेल भी गांव पहुंचे। उन्होंने परिवार वालों को ढांढस बंधाया। अपना दल एस के नेताओं ने गांव पहुंचे एसडीएम सोरांव से पीडि़त के परिवार को पचास लाख रुपये आर्थिक मदद, दो बीघा जमीन और एक शस्त्र लाइसेंस देने की मांग की। एसडीएम ने मांग को पूरी करने का आश्वासन दिया है। इंद्रजीत की मां सविता की तहरीर पर गांव के सर्वेश पटेल, अभय प्रताप उर्फ विनोद, वीरेंद्र कुमार उर्फ मुल्ला, प्रधानपति राजकुमार व सुनील कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
अभिषेक भारती, डीसीपी गंगानगर