- डीसीपीएम सहित एमओआईसी के खिलाफ बैठक में हुई कार्रवाई


प्रयागराज ब्यूरो । डीएम संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में शनिवार को संगम सभागार में स्वास्थ्य विभाग के सहयोगी संस्थाओं यूनीसेफ, डब्लूएचओ की मानीटरिंग फीडबैक के सम्बंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में डीएम ने आशाओं के एचबीएनसी से सम्बंधित प्रशिक्षण दिए जाने के बारे में जानकारी ली। उन्होंने एचबीएनसी कार्यक्रम में आशाओं का प्रशिक्षण लक्ष्य के सापेक्ष कम पाये जाने पर डीसीपीएम अशफाक अहमद का वेतन रोके जाने का निर्देश दिया है साथ ही साथ उन्होंने 15 दिनों के अंदर प्रशिक्षण में प्रगति लाये जाने हेतु निर्देशित किया है। रिपोर्ट नही दे पाईं आशाएं
डीएम ने एचबीएनसी किट शत-प्रतिशत आशाओं के पास उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया है। डीएम ने एचबीएनसी में प्रशिक्षित आशाओं के द्वारा रिपोर्ट न प्रस्तुत करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए करछना, रामनगर, माण्डा, मेजा तथा शंकरगढ़ के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षकों का वेतन रोके जाने का निर्देश दिया है। डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को कॉल सेंटर की स्थापना कराते हुए बुधवार एवं शनिवार को वीएचएनडी दिवस पर एएनएम की मानीटरिंग कराये जाने का निर्देश दिया है कि इनके पास सभी उपकरण एवं दवाएं उपलब्ध रहे। डीएम ने कार्यों में लापरवाही बरतने पर रामनगर, मऊआइमा एवं हण्डिया के चिकित्सा अधीक्षक का वेतन रोके जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने मंत्रा पोर्टल पर अच्छा कार्य करने वालो को सम्मानित किए जाने के लिए भी कहा है। बैठक में डीएम ने हिदायत देते हुए कहा है कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता स्वीकार्य नहीं है। कार्यों में लापरवाही और उदासीनता पाये जाने पर सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कार्यक्रमों का निरंतर अनुश्रवण करते रहने का भी निर्देश दिया है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी आशु पाण्डेय, अपर मुख्य चिकित्साधिकारीगणों के अलावा चिकित्सा अधीक्षकों सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive