मामूली बातों पर युवा उठा रहे आत्मघाती कदम फंदे पर लटककर दूध विक्रेता ने दे दी जान पत्नी से विवाद के बाद युवक ने लगा ली फांसी- कभी खत्म न होने वाला गम देकर चले गए परिजनों को रो-रोकर हाल बेहाल

प्रयागराज (ब्यूरो)। इसे समय का संयोग कहें या फिर जान दे देने की जिद कि मामूली बात लोग अपनों को जिंदगी भर का गम दे जा रहे हैं। करेली में एक युवक ने फांसी पर लटकर कर अपनी जान दे दी। पता चला कि उसकी पत्नी से कहासुनी हुई थी। इस बात पर वह फांसी के फंदे पर लटक गया। वहीं, एक युवक ने नए यमुना पुल से कूदकर जान दे दी। इस मामले में युवक को उसकी मां ने फटकार लगा दी थी। जिससे नाराज होकर युवक ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। जान देने वाले तो चले गए, मगर अपने पीछे रोता बिलखता परिवार छोड़ गए। कभी खत्म न होने वाला गम देकर चले गए। दोनों परिवार रो-रोकर बेहाल हैं।

केस एक
दूध बेचने का काम करता था दीपक
करेली के जीटीबी नगर का रहने वाला दीपक यादव दूध बेचने का काम करता था। दो बेटी और पत्नी। छोटा सा परिवार। मगर कुछ दिनों से दीपक और उसकी पत्नी अंजली के बीच अनबन रहने लगी थी। खर्च की कोई दिक्कत नहीं थी। परिवार में कोई असुविधा भी नहीं थी। मगर दोनों के बीच अनबन का अंजाम ये होगा, शायद ही इसके बारे में अंजली ने कभी सोचा हो। रोज की तरह दीपक मंगलवार रात घर लौटा। खाना खाने के बाद वह सोने जाने लगा तो पत्नी से कहासुनी हुई। इसके बाद वह दूसरे कमरे में सोने चला गया। सुबह वह देर तक नहीं उठा। पत्नी ने दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई आवाज नहीं आई। अंजली ने खिड़की को धक्का दिया तो खिड़की खुल गई। अंदर का हाल देख अंजली चीख पड़ी। दीपक पंखे के चुल्ले में बंधे गमछे से लटक रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। कमरे की तलाशी लेने के बाद अंदर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
कोट
कमरे में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। युवक और उसकी पत्नी के बीच विवाद की बात सामने आई है। इसी को लेकर युवक ने फांसी लगाई है।
रामआश्रय यादव, इंस्पेक्टर करेली

केस दो
मां ने डांटा तो कूद गया यमुना में
दारागंज के अलोपीबाग में रहने वाले संतोष कुमार का छोट बेटा आशीष फूल की दुकान लगाता था। उसकी दुकान अलोपशंकरी मंदिर के पास थी। रात में वह दुकान बंद कर घर पहुंचा। घर में किसी बात से नाराज मां सुनीता ने उसे डांट दिया। मां की फटकार से आशीष ने आपा खो दिया। वह पैदल ही करीब दस बजे घर से निकल गया। दो घंटे तक वह नहीं लौटा तो घरवाले परेशान हुए। उधर, आशीष नए यमुना पुल पर पहुंचा। पुल पर चप्पल उतारकर उसके पास स्विच ऑफ कर मोबाइल रख दिया। इसके बाद वह पुल से यमुना में कूद गया। इधर, घरवाले उसकी तलाश करने लगे तो उन्हें पता चला कि किसी की चप्पल और मोबाइल यमुना पुल पर पड़ा है। घरवाले पहुंचे तो मोबाइल आशीष का था। घरवाले रोने बिलखने लगे। बुधवार सुबह आशीष का शव गोताखोरों ने यमुना से निकाला।


तनाव के चलते लोग अपना आपा खो दे रहे हैं। इसके बाद आत्मघाती कदम उठा ले रहे हैं। यदि घर का कोई सदस्य परेशान है तो उसे समझाकर शांत करने का प्रयास करें। उलझे नहीं। मौका देखकर बात करें। उसकी परेशानी को समझने का प्रयास करें। मनोचिकित्सक की सलाह लें।
डा.अतुल कुमार सिंह, मनोचिकित्सक

न उठाएं आत्मघाती कदम, जिंदगी है अनमोल
- तनाव आने पर घरवालों से अपनी समस्या बताएं।
- सामान्य जिंदगी जीने का प्रयास करें।
- घर के अन्य सदस्य भी अपनों का ख्याल रखें। तनावग्रस्त सदस्य से बात करें।
- घर के माहौल को हल्का रखें। एक दूसरे से तेज आवाज में बात न करें।
- झगड़े की स्थिति में एक दूसरे से बहस न करें।
- घर के किसी सदस्य का व्यवहार असामान्य होने पर बात करके समस्या का समाधान करें।
- गुस्सा या तनाव आने पर आत्मघाती कदम उठाने से बचें।

और लगा ली फांसी
- पांच जून को कर्नलगंज इलाके में टीचर सुरभि गौड़ ने फांसी लगा ली। घरवाले भी घटना का कारण बता नहीं सके।
- 20 जून की रात में एलनगंज में रात में छात्र शक्ति प्रसाद ने फांसी लगा ली। घरवाले घटना सुन आवाक रह गए। पुलिस की पूछताछ में घरवाले कोई स्पष्ट कारण नहीं बता पाए।

Posted By: Inextlive