बेहद गोपनीय तरीके से कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया चित्रकूटतीन दिन पूर्व डिप्टी सुपरिटेंडेंट पर उनके वकील द्वारा लगाए गए थे कई गंभीर आरोपनैनी सेंट्रल जेल में बंद आनन्द गिरि का नया ठिकाना चित्रकूट की जेल बन गया है. हाल ही में उनके अधिवक्ता की शिकायत के बाद वह चर्चा में आए थे. अधिवक्ता द्वारा शीर्ष अफसरों को पत्र भेज कर आनन्द गिरि को हत्या की धमकी देने का आरोप लगाया था. शुक्रवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच नैनी सेंट्रल जेल से उन्हें चित्रकूट ले जाया गया. आनन्द गिरि की चेंज की गई जेल की सूचना बेहद गोपनीय रखी गई थी. इसकी गोपनीयता के पीछे जेल प्रशासन द्वारा आनन्द गिरि की सुरक्षा बताई गई. नैनी सेंट्रल जेल से चित्रकूट कारागार भेजे गए आनन्द अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य हैं. महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में ही आनन्द गिरि को गिरफ्तार करके पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था. तब से आज तक वह नैनी सेंट्रल जेल में ही थे.

प्रयागराज (ब्यूरो)। पिछले वर्ष 22 सितंबर से आरोपित आनन्द गिरि नैनी सेंट्रल जेल में बंद थे। बताते चलें कि 16 अगस्त को उनके अधिवक्ता विजय कुमार द्विवेदी उनसे मिलने जेल गए थे। आरोप है कि जेल में उनसे अभद्रता की गई। आनन्द गिरि से मुलाकात के वक्त वक्त डिप्टी सुपरिटेंडेंट आरके सिंह गंभीर आरोप लगाए थे। अधिवक्ता द्वारा दी गई शिकायत कहा गया था आरोपित द्वारा जेल के अंदर ही हत्या की धमकी दी गई। जेल के अंदर आनंद गिरि का उत्पीडऩ किए जाने का आरोप भी लगाया था। इसको लेकर अधिवक्ता विजय ने प्रमुख सचिव गृह, डीएम, एसएसपी समेत अन्य अधिकारियों से शिकायत की थी। यह बात जेल की चहारदीवारी से बाहर आई तो हड़कंप मच गया। शुक्रवार सुबह आनन्द गिरि को नैनी सेंट्रल कारागार से चित्रकूट शिफ्ट कर दिया गया। आनन्द गिरि को चित्रकूट जेल शिफ्ट किए जाने की खबर दोपहर बाद लोगों को मालूम चली तो तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं।


नैनी सेंट्रल जेल से आनन्द गिरि को चित्रकूट जेल में शिफ्ट करने का आदेश प्रमुख सचिव गृह का है। आदेश के अनुपालन में उनकी जेल चेंज कराई गई है।
संजय खत्री, डीएम प्रयागराज

आनन्द गिरि को नैनी कारगार से चित्रकूट की जेल शिफ्ट कर दिया गया है। सुरक्षा कारणों की वजह से यह जानकारी गोपनीय रखी गई थी।
पीएन पांडेय, वरिष्ठ जेल अधीक्षक नैनी

Posted By: Inextlive