फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा आनंद गिरि का लैपटाप, आइपैड
प्रयागरााज (ब्यूरो)। शनिवार को भी पुलिस लाइन के गेस्ट हाउस में अभियुक्त आनंद गिरि, लेटे हनुमान मंदिर के पूर्व पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी से सीबीआइ की टीम पूछताछ करती रही। इनसे प्रयागराज से लेकर हरिद्वार तक स्थित मठ, मंदिर, संतों, उनके विवाद और संपर्क में रहने वालों के बारे में जानकारी ली गई। हालांकि शुक्रवार को कहा जा रहा था कि सीबीआइ आनंद गिरि को लेकर अल्लापुर स्थित श्रीमठ बाघम्बरी जा सकती है और वहां से अभियुक्त की निशानदेही पर कुछ बरामदगी हो सकती है, लेकिन शनिवार को टीम मठ नहीं पहुंची। इसको लेकर भी कई तरह की बातें कही जा रही हैं।
सूत्रों का कहना है कि इस पूरे मामले में जांच एजेंसी ने कई मोबाइल नंबर को ङ्क्षचहित कर उनकी काल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) व लोकेशन निकलवाई है। अब उसी सीडीआर का विश्लेषण किया जा रहा है ताकि कुछ सुराग मिल सके। महंत के शिष्यों, सेवादारों और विद्यार्थियों से कई चरण में पूछताछ हो चुकी है। विवेचना भी आत्महत्या के ङ्क्षबदु पर आगे बढ़ रही है और उससे जुड़े कारणों की पड़ताल की जा रही है। ऐसे में सीबीआइ के लिए उस कथित वीडियो का पता लगाना बेहद महत्वपूर्ण है, जिसका जिक्र महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट में है। ताकि अभियुक्तों के विरुद्ध ठोस सबूत मिलने पर आगे की कार्रवाई अमल में लाई जा सके।
सूत्रों का यह भी दावा है कि तीनों आरोपितों की कस्टडी रिमांड चार अक्टूबर को पूरी हो रही है। इसको देखते हुए सीबीआइ की टीम सभी तथ्य, साक्ष्य, सुराग, बयान व अन्य जानकारी के आधार पर जल्द ही किसी नतीजे पर पहुंच सकती है। पिछले 20 सितंबर को महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध दशा में मृत्यु हुई थी और प्रकरण की जांच सीबीआइ कर रही है।