ग्रामीण एरिया में स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल बेहतर नही है. डॉक्टर से लेकर स्टाफ तक मनमानी पर उतारू हैं. ऐसा ही कुछ बहरिया सीएचसी में बुधवार को देखने को मिला. यहां पर सीएमओ डॉ. नानक सरन ने दोपहर 12.40 बजे औचक निरीक्षण किया. जहां मौके पर अधीक्षक डॉ. अमरेश वर्मा और डॉ. अनुराग तिवारी अनुपस्थित मिले. साथ ही अन्य दस स्टाफ भी नही थे. सभी का एक दिन का वेतन रोक दिया गया है. वही ंमौके पर मौजूद फार्मासिस्ट के मरीजों ने की शिकायत दर्ज कराई. उनका कहना था कि वह इंजेक्शन लगाने के बदले पैसे मांगता है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। मौके पर फार्मासिस्ट मानिक चंद्र बिना डॉक्टरी सलाह के छह भर्ती मरीजों का इलाज कर रहा था। यह नियम विरुद्ध और गैर जिम्मेदार तरीका है। उनके द्वारा 11 मार्च के बाद से दवा वितरण रजिस्टर नही बनाया गया था। पूछताछ में मरीजों ने बताया कि फार्मासिस्ट आयरन सुक्रोज इंजेक्शन लगाने के बदले पैसे की मांग करते हैं। इस पर सीएमओ ने नाराजगी जताते हुए फार्मासिस्ट का एक माह का वेतन और आगामी इन्क्रीमेंट रोकने का आदेश दिया है। बहरिया सीएचसी की साफ-सफाई व्यवस्था संतोषजनक नही पायी गयी जिसे सुधारने एवं अन्य प्रबन्धन को सही करने के लिए निर्देश दिया गया। इसके बाद सीएमओ ने उपकेन्द्र बोमा के अन्तर्गत ग्राम जोगनी डीह एवं उपकेन्द्र सरियागनी के अन्तर्गत ग्राम दौलतपुर मे संचालित वीएचएनडी (ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस) का भी निरीक्षण किया। दोनो जगह बीपी मशीन तथा वेट मशीन एवं अन्य आवश्यक औषधिया उपलब्ध नही थीं।

Posted By: Inextlive