आग से खेली महिला आरक्षी
पुलिस अफसरों के उड़े होश, आनन-फानन में कराया एडमिट
सरकारी क्वार्टर पर अवैध कब्जा व अनुचित लाभ लेने पर हुई थी कार्रवाई ALLAHABAD: सरकारी क्वार्टर पर जबरन कब्जा, एचआर और नाइट पास का अनुचित लाभ लेने के आरोप में कार्रवाई की जद में आयी महिला थाने की लेडी कॉन्सटेबल ने रविवार को खुद को आग के हवाले कर दिया। इस अप्रत्याशित घटना से पुलिस अफसरों के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने लेडी कॉन्सटेबल को एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वहां उसकी हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है। अर्से से महिला थाने में थी तैनातमूलत: फैजाबाद जिले के सरियावां की रहने वाली मोनिका सिंह स्पोटर्स कोटे के तहत पुलिस में आरक्षी पद पर भर्ती हुई थी। पिता दिनेश भी सिपाही हैं। मोनिका लंबे समय से महिला थाना सिविल लाइंस में उसने थाने के एक सरकारी आवास पर काफी समय से कब्जा कर रखा था। एचआरए व नाइट पास ले रही थी। तत्कालीन एसएसपी जोगिंदर कुमार के आदेश पर सीओ पंचम दुर्गा प्रसाद तिवारी ने मामले की जांच की। आरोप सत्य पाए जाने पर एसएसपी ने महिला सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। रविवार को ट्रेनी आईपीएस गणेश शाहा के कार्यालय में महिला आरक्षी को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था। बयान दर्ज कराने के बाद महिला आरक्षी अपने क्वाटर पहुंची और शाम को उसने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा लिया। घटना की जानकारी मिलते ही सीओ द्वितीय आलोक कुमार मिश्रा ने उसे एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया।
-महिला आरक्षी ने अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए ऐसा कदम उठाया। जिस क्वार्टर में वह रह रही है वह थाने के ही ड्राइवर विजय कुमार के नाम पर एलाट है। आलोक कुमार, सीओ द्वितीय