ओमिक्रोन की आहट पर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने एहतियातन लिया फैसलामार्च 2020 के बाद सिर्फ एक दिन चली है सभी कोर्सेज की ऑफलाइन क्लासअभी चल रहा है विंटर वेकेशन आनलाइन माध्यम से पढ़ाई का लिया गया निर्णय कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की आहट से इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय ने परिसर में छात्र-छात्राओं और बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है. परिसर में केवल विश्वविद्यालय के आंतरिक कार्याें के लिए प्रशासनिक अफसरों को आने की अनुमति दी गई है. इस लिहाज से अब पहली जनवरी से विश्वविद्यालय नहीं खुलेगा. कक्षाओं का संचालन आफलाइन माध्यम में किया जाएगा. कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के निर्देश पर ज्वाइंट रजिस्ट्रार की तरफ से इस आशय का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। ज्वाइंट रजिस्ट्रार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक देश में दिन-ब-दिन ओमिक्रोन वायरस तेजी से फैल रहा है। इस स्थिति में सहायता एवं सतर्कता बरतने की पूरी जरूरत है। एहतियात छात्रों ही नहीं शिक्षक और कर्मचारियों के लिए भी जरूरी है। सभी से कहा गया है कि पहली जनवरी से विश्वविद्यालय केवल आंतरिक कार्यों के लिए खुलेगा। अगले आदेश तक बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगाते हुए छात्रों को आनलाइन कक्षाओं का सुझाव दिया गया है। सभी शिक्षकों से विभागों में पहुंचकर कक्षाएं आनलाइन माध्यम से लेने को कहा गया है। सभी विभागों केअध्यक्ष से कहा गया है कि परिसर, दफ्तर और हास्टलों में नववर्ष-2022 को लेकर किसी तरह का आयोजन नहीं होने पाए। साथ ही चीफ प्राक्टर से नववर्ष पर कहीं भीड़ नहीं जुटने देने की अपील की गई है। प्रोटोकॉल फॉलो करते हुए पहुंचेंगे रिसर्च स्कॉलर्स
कोई आवश्यक शोध कार्य हो तभी शोधार्थी अपने निदेशक की अनुमति के बाद कोविड-19 गाइडलाइन के अनुपालन में ही परिसर में प्रवेश करें। सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को वैक्सीन की दोनों डोज लेने का निर्देश दिया गया है। यदि किसी की सेहत खराब हो तो रिपोर्टिंग अफसर को सूचना देकर अवकाश लें।

विश्वविद्यालय द्वारा कक्षाओं को आनलाइन माध्यम में संचालित करने का निर्णय ओमिक्रोन के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए सवाधानी स्वरूप लिया गया है। विश्वविद्याय में शिक्षक, कर्मचारी और शोधार्थी यथावत आएंगे। डा। जया कपूर, पीआरओ, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

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