'बड़े भाई साहब' में दिखा दो भाइयों का प्रेम
PRAYAGRAJ: संस्था 'द थर्ड बेल' की ओर से शुक्रवार को मुंशी प्रेमचंद की कहानी 'बड़े भाई साहब' का मंचन किया गया। लगभग 40 मिनट के इस मंचन की कहानी दो भाइयों के बीच के रिश्ते को लेकर है। जहां छोटा भाई पढ़ाई को लेकर अपने साथ बड़े भाई के रवैये को बड़े ही व्यंग्यात्मक तरीके से प्रस्तुत करता है। दूसरी ओर बड़े भाई के भी पढ़ाई को लेकर अपने दर्द हैं, जिसको बड़े भाई ने अपने संवादों में बड़े ही व्यंग्य के साथ प्रस्तुत किया है।
मुंशी प्रेमचंद जी ने जहां दोनों भाइयों के बीच पढ़ाई और जीवन को लेकर चुटीले संवादों का संसार रचा है वहीं अंत में दोनों भाइयों के बीच स्नेह का माíमक चित्रण भी है। कोरोना महामारी के उपरांत संस्था की ये पहली प्रस्तुति थी। कोरोना काल को देखते हुए प्रस्तुति को लेकर संस्था के द्वारा एक प्रयोग किया गया। ये प्रस्तुति किसी ऑडिटोरियम में न होकर एक बड़ी छत पर सीमित दर्शकों के बीच किया गया। नाटक के निर्देशक आलोक नायर ने बताया कि हमने ये प्रयोग 'दो गज दूरी, बहुत जरूरी' के स्लोगन को ध्यान में रखते हुए किया। किसी छत पर नाट्य प्रयोग में दर्शक और कलाकार के बीच रिश्ता और भी मजबूती के साथ उभर कर आता है। बड़े भाई के रूप में गौरव शर्मा तथा छोटे भाई के रूप में शिवम यादव ने अपने अभिनय के साथ दर्शकों को आनंदित किया। संगीत संयोजन आयुष का रहा। रूप सज्जा संजय चौधरी की रही तथा प्रस्तुति नियंत्रक कोणार्क अरोरा और मंच निर्माण में सत्यम, कौस्तुभ और देवेश ने भागीदारी की।