मरीज को दवा देंगे या बनाएंगे ईवे बिल
600 है शहर में दवा के होल सेलर्स की संख्या
2900 हैं दवा की रिटेलर शॉप्स 02 करोड़ का होता है एक दिन में दवा का व्यापार -15 अप्रैल से लागू होना है ईवे बिल, 50 हजार से अधिक की बिक्री पर होगा पालन -दवा व्यापारियों ने दी हड़ताल पर जाने की चेतावनीALLAHABAD: दवा व्यापारी ईवे बिल के नए नियम से काफी सांसत में हैं। उनका कहना है कि अगर वह मरीजों को दवा बिक्री का ईवे बिल बनाएंगे तो व्यापार कब करेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि अगर कोई पेशेंट सीरियस कंडीशन में हो तो पहले जान बचाई जाएगी कि ई-वे बिल दिया जाएगा। गौरतलब है कि नए नियम के मुताबिक 15 अप्रैल के बाद 50 हजार या इससे अधिक की बिक्री पर ईवे बिल देना अनिवार्य होगा। इसको लेकर दवा व्यापारियों ने नाराजगी जताई है। उनकी माने तो इसके विरोध में दवा मार्केट बंद हो सकती है।
इंजेक्शन ही 50 हजार से अधिक हैव्यापारियों का कहना है कि कुछ बीमारियों के इंजेक्शन की कीमत ही 50 हजार से अधिक है। अगर मरीज सीरियस है और उसे तत्काल इलाज की जरूरत तो ऐसे में वह बिल का इंतजार नहीं करेगा। ऐसे में सर्वर स्लो हुआ या पोर्टल गड़बड़ रहा तो ईवे बिल देना मुश्किल हो जाएगा। इस हालत में मरीज की जान कैसे बचेगी, यह बड़ा सवाल है। कहते हैं कि शुरुआत से ही इस अटपटे नियम का विरोध किया जा रहा है।
बिल की व्यवहारिकता पर सोचे सरकार नियमानुसार ईवे बिल निकाला है तो सौ किमी के अंदर इसे 24 घंटे में पहुंचाना होगा। अगर ट्रांसपोर्टर नहीं मिला या गाड़ी खराब हो गई तो कैसे माल पहुंचेगा। ऐसे में दवा व्यापारियों ने सरकार से इस बिल की व्यवहारिकता के बारे में फिर से विचार करने की मांग की है। बिल बनाने के लिए प्रोफार्मा भरने के साथ उसमें इनवाइस नंबर और नग की मात्रा भरनी पड़ती है। जो इतना आसान नही है। उनका कहना है कि 15 अप्रैल से ईवे बिल नियम लागू हुआ तो इसके विरोध में आंदोलन छेड़ा जाएगा। अगर कोई मरीज महंगी दवा या इंजेक्शन लेने आया है और उसे तत्काल मरीज को दिया जाना है तो ऐसे में वह बिल का इंतजार नहीं करेगा। ईवे बिल की व्यवहारिकता पर सरकार पुन: विचार करना होगा। -परमजीत सिंह, महासचिव, इलाहाबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशनकभी पोर्टल बंद रहता है तो कभी सर्वर स्लो रहता है। पचास हजार की सीमा काफी कम है। दवा के बिजनेस में यह लिमिट काफी कम है। इसकी सीमा बढ़ाई जानी चाहिए।
-अजय दुबे, दवा व्यापारी अगर नियम लागू हुआ तो व्यापारी काम-धाम छोड़कर दिन भर बिल ही बनाता रहेगा। होल सेल व्यापार में आसपास के जिलों से भी लोग आते रहते हैं। बार-बार बिल जनरेट करने में दिक्कत पेश जाएगी। -पप्पू अग्रवाल, दवा व्यापारी अगर नियम लागू हुआ तो दवा व्यापारी इसका विरोध दर्ज कराएंगे। इस बारे में सरकार को पहले ही बता दिया गया है। हालांकि सरकार इसे 15 अप्रैल से लागू करने की बात कर रही है। -नवीन सोंधी, दवा व्यापारी