जियारत को रतजगा कर भोर तक जुटे रहे अकीदतमंद
प्रयागराज (ब्यूरो)। बारावफात के मौके पर कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मस्जिदों में प्रोग्राम मुकतसर रखा गया। इसके बाद खानकाह के अंदर अकीदतमंद महिलाओं को भी जियारत करायी गई। प्रोग्राम में नायब सज्जादानशीन सैयद अरशद जकी फाखरी, अनस निजामी, अदीब फाखरी, नूर सफी फाखरी, मतलूब निजामी तथा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना शमशेर आजम व मौलाना नौशाद आलम भी शामिल हुए। ओलमाओं द्वारा मुल्क में अमनो अमान व खैरोबरकत की दुआएं मांगी गई। माहे रबी उल अव्वल की बारह तारीख़ को जिय़ारत का ये प्रोग्राम खानकाहे अजमली दायरा शाह अजमल में पिछले सौ सालों से ज्यादा समय से हर साल कायम है। अन्जुमन ग़ुन्चा ए कासिमया के प्रवक्ता सै। मो। अस्करी के ने बताया कि बाराह रबीउल अव्वल को दिन भर खानकाहों ,इबादतगाहों व घरों मे मीठे व्यंजन पर नज्रों नियाज व फातेहाख्वानी भी कराई गई। मंगलवार को बा बरकत दिन में बड़ी संख्या में लोगों ने रोजा भी रखा। जिसकी फजीलत नमाज ए फजिर में ओलमाओं ने बयान की। मगरिब की अजान सुनते ही लोगों ने रोजा खोला और देश से जल्द से जल्द कोरोना महामारी के खात्मे के साथ आईन्दा साल ईद मिलादुन्नबी की सभी रुसूमात को अपनी पुरानी परम्परा के मुताबिक हो इस के लिए खास दूआ भी की गई ।