पांच दिन से सीएचसी पर अपनी कोविड जांच कराने जा रहे हैं प्रत्याशियों के अभिकर्ता

पर्याप्त फोर्स नहीं होने से सीएचसी पर नहीं हो रहा कोविड गाइडलाइन का पालन

पंचायत चुनाव शुरू से कोरोना नियमों के उल्लंघन को लेकर विवाद में रहा है। वोटिंग के बाद अब मतगणना में भी कोविड नियमों की धज्जियां उड़ने जा रही हैं। प्रशासन का आदेश था कि मतगणना में 48 घंटे पुरानी कोरोना जांच निगेटिव रिपोर्ट ही मान्य होगी। लेकिन जब दैनिक जागरण आई- नेक्स्ट ने पड़ताल की तो हकीकत कुछ और ही नजर आई। पता चला कि शासन का आदेश आने के बाद से ही प्रत्याशियों के अभिकर्ता सीएचसी पर जांच कराने पहुंच गए थे। उन्होंने प्रशासन के आदेश को भी नजरअंदाज कर दिया। पिछले चार-पांच दिन से लगातार एंटीजन जांच कराई जा रही है। अब इसी जांच को दो मई को दिखाकर मतगणना स्थल पर अभिकर्ता प्रवेश करेंगे।

कोटवा में पांच दिन में 767 ने कराई एंटीजन जांच

दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट रिपोर्टर ने पाया कि कोटवा सीएचसी पर मतगणना अभिकर्ताओं की लंबी लाइन लगी हुई थी। सभी को जांच कराने की जल्द थी। पूछने पर बताया कि मतगणना स्थल में प्रवेश से पहले यह रिपोर्ट लगाई जाएगी। एंटीजन जांच की लाइन में सोशल डिस्टेंसिंग का जरा भी पालन नहीं हो रहा था। बताया गया कि पिछले पांच दिनों से जांच कराने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है।

पिछले पांच दिनों में लोगों ने कराई जांच

26 अप्रैल को 72,

27 अप्रैल को 112,

28 को 161,

29 को 184 और

30 अप्रैल 238

फोर्स नहीं हैं कैसे मैनेज करें

रिपोर्टर ने चाका सीएचसी का जायजा लिया तो यहां भी ऐसे ही हालात नजर आए। स्थानीय कर्मचारियों ने बताया कि लगातार पांच दिनों से ऐसे ही सेंटर पर भीड़ लग रही है। कोरोना नियमों का पालन कराना मुश्किल हो रहा है। अब तक 700 से अधिक लोग अपनी एंटीजान जांच करा चुके हैं। पुलिस फोर्स मांगी थी लेकिन नही मिली। बताया गया कि सिपाही कोरोना ड्यूटी में लगाए गए हैं। ऐसे में जांच करने वाले और बाकी कर्मचारियों को भी डर लग रहा है। लेकिन मजबूरी है। दो मई को मतगणना है और उससे पहले सभी को जांच कराना जरूरी है। एंटीजान जांच रिपोर्ट दिखाना जरूरी है।

आदेश बदलते ही मिला मौका

पूर्व में प्रशासन ने प्रत्याशियों और अभिकर्ताओं को आरटीपीसीआर जांच कराने के आदेश दिए थे। लेकिन समय पर जांच रिपोर्ट नहीं आने पर एंटीजन जांच कराने की छूट दे दी गई थी। इसके बाद तो जैसे सभी को मौका मिल गया। जिस दिन आदेश आया उसी दिन सीएचसी के बाहर जांच कराने वालों की भीड़ लग गई। दो मई को भी अभिकर्ता जांच कराने आएंगे।

अलग से तैयार नही हो रहा डाटा

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पंचायत चुनाव से जुड़े प्रत्याशियों और अभिकर्ताओं की जांच का अलग से डाटा तैयार नहीं कराया जा रहा है। सभी की जांच एक साथ कराई जा रही है। चुनाव की वजह से जांच कराने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसके अलावा सीएचसी पर निकलने वाले पाजिटिव मामलों में भी थोड़ी तेजी आई है। जिनकी रिपोर्ट पाजिटिव आ रही है उनकी रिपोर्ट पोर्टल पर जारी की जा रही है।

अभिकर्ताओं की जांच के लिए अलग से काउंटर नहीं बनाया गया है।

सभी की एक साथ जांच कराई जा रही है। इसकी वजह से जांच की संख्या बढ़ी है और कुछ पाजिटिव मामले भी बढ़े हैं। रोजाना पूरी रिपोर्ट जारी की जा रही है।

- डा। एके तिवारी, एसीएमओ व जांच इंचार्ज, स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज

हमारे यहां रोजाना जांच हो रही है। पांच दिन पहले से ही अभिकर्ता और प्रत्याशी अपनी जांच कराने आ रहे हैं। लेकिन यह विषय प्रशासन का है। हम तो जांच रिपोर्ट उपलब्ध करा देते हैं। नियमों का पालन तो प्रशासन को कराना है।

डॉ। अमरेश सिंह, होलागढ़ सीएचसी

Posted By: Inextlive