30 साल बाद फिर जगी एक आस
प्रयागराज (ब्यूरो)। कालिंदीपुरम आवास योजना में ही राधेश्याम ने भी प्लाट बुक कराया था। उन्हें प्लॉट का आवंटन 1992 में निकाली गयी लॉटरी के बाद किया था। तब बच्चे छोटे थे। उन्होंने इन्हें अपनी जमीन और छत वाले घर में पालने का सपना देखा था। वक्त बीतता गया और यह आस अधूरी ही रह गयी। अब तो उनका पोता भी 12 साल का हो चुका है। राधेश्याम जी बताते हैं कि वक्त भले ही बीतता जा था लेकिन उम्मीद बाकी थी। आज लगता है भगवान ने हमारी सुन ली। देखते हैं इस बार कब तक कब्जा मिल पाता है।
कहते हैं इंतजार का फल मीठा होता है। यह कहावत शुक्रवार को 51 लोगों के साथ चरितार्थ हुई। तीस साल का लम्बा इंतजार करने के बाद इन लोगों को नई उम्मीद मिली है। ये वे लोग हैं जिन्होंने प्रयागराज विकास प्राधिकरण की कालिंदीपुरम आवास योजना में प्लाट बुक कराया था। प्लाट आवंटित हुआ तो इन लोगों ने पैसा भी जमा कर दिया। लेकिन, कब्जा लेने पहुंचे तो पता चला कि जमीन विवादित है। इसके बाद से ये पीडीए का चक्कर लगा रहे थे। मिशन संगम के तहत पीडीए अब इनकी अधूरी हसरत को पूरा करने में लगा हुआ है।
कब कहां के लिए लॉटरी
नैनी आवास योजना के लिए 7 मई
त्रिवेणीपुरम योजना के लिए 9 मई
देवघाट झलवा के लिए 10 मई
जान्हवीपुरम के लिए 12 मई
नीम सराय के लिए 13 मई
अजीत कुमार सिंह
सचिव, पीडीए प्रयागराज चार की आस अब भी अधूरी
काङ्क्षलदीपुरम योजना में मिशन संगम के तहत 55 लोगों को शामिल किया गया था। शुक्रवार को लॉटरी निकलने के बाद नए प्लॉट मिलने की 51 लोगों की हसरत पूरी हो गयी। इस योजना में प्लॉट बुक कराने वाले चार लोगों के हाथ आज भी निराशा लगी। प्लाट न उपलब्ध होने के कारण उन्हें आवंटन नहीं हो सका।