तीसरे दिन भी न्यायिक कार्य से विरत रहे अधिवक्ता
प्रयागराज (ब्यूरो)। पदाधिकारियों ने पिछले दिनों कार्यकारिणी द्वारा मुख्य न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय इलाहाबाद को एक पत्र भेजा गया था। पदाधिकारियों ने कहा कि इस पत्र पर कोई सकारात्मक निराकरण नहीं हो सका है। कहा गया कि 27 अगस्त शनिवार तक कोई सकारात्मक निराकरण नहीं होने की स्थिति में रविवार को सभी पूर्व पदाधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। इस बैठक में आगे की रणनीति तय बनाई जाएगी। सर्व सम्मति से बोर्ड ऑफ रेवेन्यू प्रयागराज को लखनऊ स्थानांतरित करने के आदेश को निंदनीय बताया गया। मांग की गई कि यह आदेश तत्काल वापस लिया जाय। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नौ मण्डल के स्टाम्प वाद व समस्त स्थानांतरण प्रार्थना पत्रों को लखनऊ में योजित करने का आदेश को गैर जिम्मेदाराना बताया गया। कहा गया कि इस आदेश के वापसी तक बार एसोसिएशन बोर्ड ऑफ रेवेन्यू प्रयागराज के विरोध को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन समर्थन करता है। महासचिव सत्यधीर सिंह जादौन ने कहा कि मुख्य न्यायमूर्ति द्वारा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा भेजे गए 23 अगस्त के प्रस्ताव पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए समस्याओं के निदान का आश्वासन दिया गया है। लेकिन, जल्द निदान नहीं निकला गया तो अधिवक्ता उग्र आंदोलन करेंगे। बैठक में मनोज कुमार मिश्र, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ,नीरज कुमार त्रिपाठी, सुरेंद्र नाथ मिश्र, धर्मेंद्र सिंह यादव, सत्यम पांडेय, श्यामा चरण त्रिपाठी सहित तमाम पदाधिकारी व अधिवक्ता मौजूद रहे।