सूबे के एडेड डिग्री कालेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का हजारों कंडिडेट्स का सपना पूरा होने से पहले ही टूट गया. परीक्षा के पहले ही ये अभ्यर्थी भर्ती की दौड़ से बाहर हो गए. क्योकि 30 अक्टूबर को होने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर पदों की परीक्षा के लिए उनका एडमिट कार्ड ही जारी नहीं हो सका. हालांकि उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने अभी स्पष्ट डेटा नहीं दिया है. लेकिन आयोग भी मानता है कि ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या हजारों में है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती के लिए होने वाली लिखित परीक्षा में शामिल होने के लिए एडमिट कार्ड से वंचित अभ्यर्थियों का कहना है कि जब फीस जमा कर दिया। तो फिर एडमिट कार्ड क्यों नहीं जारी हुआ। अभ्यर्थियों ने बताया कि ऑन लाइन आवेदन के प्रॉसेस के अनुसार पहले अभ्यर्थी फीस जमा करता है। उसके बाद उसे रजिस्ट्रेशन नम्बर मिलता है। उसके बाद ही पूरा आवेदन फार्म भरा जा सकता है। ऐसे में आयोग ने हजारों अभ्यर्थियों का एडमिट कार्ड सिर्फ इसलिए नहीं जारी किया कि वह अपात्र है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब फीस जमा करने तक सब कुछ सही था। फीस जमा करने के बाद अभ्यर्थी अपात्र कैसे हो गए?आयोग ने भी रखा अपना पक्ष
अभ्यर्थियों के सवालों को लेकर जब उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग की सचिव डॉ। वंदना त्रिपाठी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इसमें अभ्यर्थियों ने गड़बड़ी की है। उन्होंने बताया कि जिन अभ्यर्थियों का एडमिट कार्ड जारी नहीं हुआ है। उसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कि उन अभ्यर्थियों ने अपने ट्रांजेक्शन आईडी में रजिस्ट्रेशन आईडी ही गलत भरी है। उस समय फार्म फाइनली सबमिट कर दिया। ऐसे में गलत रजिस्ट्रेशन आईडी भरने से उसका कोई रिकार्ड आयोग के पास नहीं है। जिस कारण उनका एडमिट कार्ड जारी नहीं हो सका। जिन 1786 अभ्यर्थियों का रिकार्ड रिकवर किया जा सका। उनका एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया। ऐसे अभ्यर्थी औपबंधिक रूप से एडमिट कार्ड डाउनलोड करके अपनी परीक्षा में शामिल हो सकते है।

Posted By: Inextlive