आदिशक्ति पीठ मां कल्याणी में गिरी थी सती की दो अंगुलियां
- नवरात्र को लेकर मां कल्याणी देवी मंदिर में दिन भर चलीं तैयारियां
- सोशल डिस्टेसिंग व मास्क के साथ ही मिलेगा मां कल्याणी का दर्शन prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: नवरात्र की शुरुआत मंगलवार से हो रही है। ऐसे में देवी मंदिरों में तैयारी भी शुरू हो गई। महाशक्तिपीठ मां कल्याणी देवी मंदिर कमेटी के महामंत्री पं। श्याम जी पाठक बताते हैं कि मां कल्याणी देवी का धाम जहां पर स्थित है। वहीं पर माता सति की दो अंगुलियां गिरी थी। इतना ही नहीं मंदिर में मां की प्रतिमा भी करीब 1500 साल पुरानी है। प्रयाग में इतनी प्राचीन मूर्ति अन्यत्र कहीं नहीं है। मत्स्य पुराण में भी है जिक्रमां कल्याणी देवी धाम के बारे में जानकारी देते हुए पं। श्याम जी पाठक ने बताया कि मत्स्य पुराण में भी इसका जिक्र है। इसमें 108 पीठों का वर्णन है। जिसमें मां कल्याणी का नाम सबसे पहले आता है। कई अन्य पुराणों में भी इसका जिक्र है। महर्षि भारद्वाज मुनि की अधिष्ठिात्री देवी मां कल्याणी ही है। जहां तक पुरातात्विक साक्ष्य की बात है, तो इलाहाबाद संग्रहालय के क्यूरेटर रहे डॉ। सतीश काला ने शोध करके बताया कि मां कल्याणी की प्रतिमा 1500 साल पुरानी है। यहां पर लगने वाले प्रमुख मेले का वर्णन ब्रिटिश काल के गजेटियर में भी वर्णित है।
नौ दिवसीय कार्यक्रम की तैयारी पूरी शक्तिपीठ मां कल्याणी देवी धाम में नौ दिवसीय यानी 13 से 21 अप्रैल तक के कार्यक्रम की तैयारी पूरी हो गई है। संडे को पूरे मंदिर परिसर को सैनेटाइज कराया गया और सोशल डिस्टेसिंग के लिए गोल घेरा निर्धारित दूरी के हिसाब से बनवाया गया। इसके साथ ही मंदिर को बिजली की झालरों से खूबसूरत ढंग से सजाया गया। नित्य मां का दर्शन पूजन का क्रम सुबह 6 बजे से दोपहर एक बजे तक चलेगा। मां का भव्य श्रृंगार दर्शन रोज शाम पांच बजे से होगा। महाआरती शाम 7 बजे होगी।