नशे की लत से घिर बैड ब्वॉय
प्रयागराज (ब्यूरो)। ड्रग्स मामले में पकड़े गए फिल्म स्टार शाहरुख का बेटा आर्यन के चर्चा में आते ही जिले के नशेड़ी और नशा सुर्खियों में आ गया। यहां भी कई ऐसे इलाके हैं जहां पर गांजा व स्मैक की सप्लाई धड़ल्ले से चल रही है। इसके लिए धूमनगंज एरिया का नीवां इलाका और दारागंज व कीडगंज का परेड ग्राउंड एवं झोपड़-पट्टी सौदागरों का विशेष अड्डा है। करेली क्षेत्र में भी इन दिनों गांजा व स्मैक की बिक्री सुर्खियों में हैं। इस नशे को करते हुए शहर के कुछ मुख्य चौराहों पर बालिग व नाबालिग युवा भी दुकानों पर आराम से देखे जा सकते हैं। दुकानदार से सिगरेट लेने के बाद उसमें गांजे की डोज भरकर खीचते हैं तो कुछ कहीं कोने में स्मैक लेते नजर आते हैं। इस वक्त इनकी तरफ देखना भी किसी के लिए गुनाह होता है। क्योंकि यह देखने वाले को गुनाहगार समझ बैठते हैं। फिर किस हद तक यह गुजर जाय यह कह पाना काफी मुश्किल होता है।
वर्ष 2021 में अब तक बरामदगी व मुकदमा एरिया गांजा स्मैक केस नगर 18 किलो 400 ग्राम 33 यमुनापार 06 कुंतल 517 ग्राम 88 गंगापार 05 कुंतल 415 ग्राम 46 गंगापार में नहीं बिकती नशीली दवा?यहां नशीली दवाओं का व्यापार भी चरम पर होता है। खासकर सिटी में इसकी खपत सर्वाधिक बताई जाती।
विभागीय आंकड़े नगर एरिया में चौकाने वाले हैं। शहर में जनवरी से अब तक 10 हजार 932 शीशी नशीली दवाएं पकड़ी जा चुकी हैं। इनमें कफ सिरप की तादात ज्यादा है। इसके बाद जिले में यदि कहीं पर नशीली दवाओं का कारोबार होता है तो वह यमुनापार का एरिया है। इस इलाके में अब तक सात हजार 180 शीशी दवाएं बरामद की गई हैं। इनमें इंजेक्शन का डोज भी शामिल है। गंगापार का एरिया नशीले इंजेक्शन या दवाओं से अछूता है। इस इलाके में पुलिस या स्वास्थ्य को एक भी दुकान पर नशीली दवाओं की बिक्री नहीं मिली है।