टीकाकरण में लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई
प्रयागराज ब्यूरो । सीडीओ गौरव कुमार की अध्यक्षता में गुरूवार को संगम सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई। सीडीओ ने जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम, मंत्रा पोर्टल पर प्रसव की इंट्री, ई-कवच एप, आयुष्मान योजना, परिवार कल्याण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, आरसीएच पोर्टल पर पंजीकरण एवं अपडेशन के कार्यों सहित स्वास्थ्य विभाग से सम्बंधित अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन की विस्तार से समीक्षा करते हुए कार्यों में प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश सभी संबंधित को दिए है। सीडीओ ने समीक्षा के दौरान टीकाकरण की प्रगति को बढ़ाये जाने तथा प्रसव के उपरांत बच्चों को अनिवार्य रूप से सभी टीको को लगाया जाना सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है, ताकि कोई भी बच्चा टीकाकरण से ना छूटने पाए। टीकाकरण में लापरवाही पाये जाने पर सम्बंधित के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। मेडिसिन व किट कराएं उपलब्ध
आयुष्मान कार्ड की प्रगति की समीक्षा करते हुए अभियान चलाकर आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति को बढ़ाने के लिए कहा है। सीडीओ ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मेडिसिन व किट की उपलब्धता बनाये रखें। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से बीएचएसएनडी सेशन के दौरान अपने अपने क्षेत्र का भ्रमण करके टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित कराये जाने तथा ड्यूलिस्ट के अनुसार सभी को टीका, जांच व दवाएं उपलब्ध कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने गूगल शीट के माध्यम से डीसीपीएम को प्रस्तुत करने के लिए कहा है। विगत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष संस्थागत प्रसव कम होने व कौडि़हार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कम संस्थागत प्रसव होने पर नाराजगी व्य1त करते हुए उन्होंने संस्थागत प्रसव को बढ़ाने के निर्देश दिए है। सीडीओ ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से एएनएम की बैठक कर स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों की कहां पर कमी है, के बारे में जानकारी प्राप्त करने और सम्बंधित उपकरणों को क्रय कर कमियों को दूर करने के लिए कहा है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि स्वास्थ्य संबंधी उपकरण आदि व्यवस्थाओं में जो कमी है उसे संबंधित से समन्वय बनाते हुए पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक व्यवस्थाओं में जो कमियां है, उनका भी संबंधित के साथ बैठक कर निराकरण कराया जाए।