एसओ मऊआइमा व दो सिपाही लाइन हाजिर
बालिका का अपहरण कर हत्या के तीन आरोपियों को पुलिस ने भेजा जेल
ALLAHABAD: मऊआइमा में हुई बलात्कार पीडि़त बालिका की अपहरण कर हत्या के मामले में एसपी गंगापार की रिपोर्ट पर एसएसपी ने एसओ सुनील कुमार दुबे, बीट आरक्षी झारखण्डे सिंह और महिला आरक्षी नाशीर फातमा को लाइन हाजिर कर दिया गया है। जांच में मिली लापरवाहीथाना मऊआइमा के ग्राम सिकरिहा छाता में हुई बालात्कार एवं हत्या की घटना में लोकल पुलिस की भूमिका की जांच एसएसपी ने एसपी गंगापार को सौंपी थी। एसपी द्वारा जांचोपरान्त प्रेषित की गयी रिपोर्ट में पाया गया कि उक्त तीनों ने कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही बरती। इसी के आधार पर कार्रवाई की गई। सच्चिदानन्द त्रिपाठी को प्रनि मऊआइमा के पद पर नियुक्त किया गया है। उधर, मामले के सियासी तूल पकड़ने और अफसरों की सख्ती को देखते हुए पुलिस ने भी आरापियों पर शिकंजा कस दिया है। पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले में नामजद सगे भाइयों संतलाल, बसंत लाल व कन्हैया लाल को गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी को न्यायिक अभिरक्षा में कोर्ट में पेश किया गया जहां से कोर्ट ने सभी को जेल भेजने का आदेश दिया।
एक महीने से चल रहा मामला एक महीने से चल रहा प्रकरणमृत बालिका बबिता के साथ घटना हुए शुक्रवार को एक महीने पूरे हो गए। 2 जून को उसके साथ रेप की घटना हुई थी। इसका आरोपी संतलाल का बेटा कक्षा नौ का छात्र अनिल पटेल पिछले महीने जेल भेजा गया जब आईजी जोन ने कार्रवाई का आदेश दिया। बुधवार को बबिता का एक्सरे कराया जाना था ताकि बलात्कार की असलियत का पता चल सके। इससे पहले की रात ही उसका अपहरण करके मौत के घाट उतार दिया गया। घटना के समय वह अपनी मां के साथ सो रही थी। इसे लेकर फाफामऊ में भी बवाल हुआ था जब पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को जबरन घर ले जाने पर आमादा लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया था।