हमें वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनकर ही मंजूर करें रिमांड
प्रयागराज ब्यूरो । मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में सोमवार को माफिया अतीक अहमद व उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ व अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन की ओर से अर्जी पेश की गई। यह अर्जी इन तीनों अभियुक्तों के अधिवक्ताओं द्वारा दी गई है। अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने की वजह से इस पर सुनवाई नहीं हो सकी। ऐसी स्थिति में अब अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई होगी। इसमें आग्रह किया गया है कि उमेश पाल मर्डर केस में उन्हें बिना सुने कोई आर्डर पास न किया जाय। उन्होंने सुनवाई के लिए अहमदाबाद और बरेली जेल से बुलाने के स्थान पर वीडियो कांफ्रेंसिंह से सुनवाई का भी आप्शन दिया है। सोमवार को सुबह से ही उमेश पाल मर्डर केस के आरोपित अतीक अहमद के बेटों के हाजिर होने खबर चर्चा में रही। कचहरी परिसर छावनी में तब्दील रहा।
बेटों को ले गई पुलिस नहीं बता रही कुछ
माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता दयाशंकर मिश्र के द्वारा प्रार्थना पत्र कोर्ट में पेश किया गया है। इस प्रार्थना पत्र पर सुनवाई मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में होगी। जबकि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की ओर से उनके अधिवक्ता विजय कुमार मिश्र के द्वारा प्रार्थना पत्र कोर्ट में प्रस्तुत किया गया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में दिए गए प्रार्थना पत्र में शाइस्ता परवीन की ओर से धूमनगंज पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। कहा गया है कि उनके बेटों को पुलिस शुक्रवार की रात से उठाकर ले गई। अभी तक उनका कोई पता नहीं चल पाया है। पुलिस द्वारा कोई जानकारी भी नहीं दी जा रही है। प्रार्थना पत्र में कोर्ट से आग्रह किया गया है कि धूमनगंज पुलिस से रिपोर्ट मांगते हुए आवश्यक कार्यवाही की जाय। शाइस्ता की ओर से अधिवक्ता द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना पत्र में गया है कि उनके बेटों की विधि विरुद्ध तरीके से पुलिस द्वारा रखा गया है। जबकि अतीक अहमद की ओर से कहा गया है कि वह अहमदाबाद जेल में हैं। जबकि अशरफ बरेली जेल में है। ऐसी स्थित में यदि उन्हें किसी मामले में पुलिस अभिरक्षा या न्यायिक अभिरक्षा में लिए जाने जैसी कोई कार्यवाही जाय तो उन्हें भी सूचना दी जाय। उनका पक्ष सुनने के बाद ही कोई आदेश पारित किया जाय।----सीएम पोटर्ल पर शाइस्ता ने की सीबीआइ जांच की मांग
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर उमेश पाल हत्याकांड की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है ताकि सच्चाई सामने आ सके। शाइस्ता ने पत्र में प्रयागराज से विधायक चुने गए एक कैबिनेट मंत्री और दो पुलिस अधिकारियों पर अतीक अहमद और बेटों की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। शाइस्ता ने लिखा है कि वह आगामी चुनाव में महापौर पद की प्रत्याशी हैं, जबकि कैबिनेट मंत्री महापौर पद अपने घर में रखना चाहते हैं, इसलिए उमेश पाल की हत्या कराकर उन्हें फंसाया गया ताकि वह चुनाव से दूर रखा जा सके। शाइस्ता ने मांग की है कि उनके पति अतीक, देवर अशरफ, बेटों अली और उमर की किसी भी मामले में पेशी जेल से वीडियो कांफ्र ंसिंग के जरिए कोर्ट में कराई जाए, क्योंकि जेल से बाहर लाने पर उनकी जान पर खतरा है। पूछताछ भी जेल में की जाए। शाइस्ता ने उमेश पाल पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।