बाईपास कर चला रहे थे एसी-डीप फ्रीजर, एफआईआर
- घरेलू कनेक्शन लेकर चला रहे थे मेडिकल स्टोर, पकड़े जाने पर हुई कार्रवाई
- विभाग की कार्रवाई से गऊघाट उपकेंद्र अंतर्गत बिजली चोरी करने वालों के बीच हड़कंप PRAYAGRAJ: बिजली विभाग ने सिटी के गऊघाट, केंद्रांचल, रामबाग उपकेंद्र समेत तमाम जगहों पर शुक्रवार को चेकिंग अभियान चलाया। कई जगहों पर चोरी की बिजली इस्तेमाल होती पाई गई। कुछ जगहों पर बाईपास कर एसी, डीप-फ्रीजर चलते मिले। चोरी पकड़े जाने पर दो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। वहीं बकाये पर दो दर्जन से अधिक घरों का कनेक्शन काटा गया। जिसमें एक लॉज भी शामिल है। जिस पर एक लाख से अधिक का बिल बकाया होने के बावजूद बिजली यूज कर रहा था। यह हुई कार्रवाईउपखंड गऊघाट के अंतर्गत उपखंड अधिकारी नितिन बरनवाल द्वारा शुक्रवार दिन में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। जिसमें नई बस्ती, नेता नगर, कीडगंज, कटघर में करीब 40 परिसर को चेक किया गया। मौके पर घरों में मीटर को बाईपास कर एसी चलाया जा रहा था, बाईपास बना कर कमर्शियल कनेक्शन पर डी-फ्रीजर तक चलते मिले। बिना कमर्शियल कनेक्शन लिए मेडिकल स्टोर भी चलता पाया गया। वही दूसरी तरफ कटघर में लाज पर एक लाख से ऊपर की बकाया होने पर उसका कनेक्शन काटा गया। कई घरों में बिना लोड बढ़वाए एसी चलते मिले। मौके पर चोरी कर रहे दो पर एफआईआर दर्ज कराया गया। वहीं एक लाख से ऊपर के 5 कनेक्शन भी कटे गए, आठ कनेक्शन पर लोड बढ़ाए गए तथा मेडिकल स्टोर पर घरेलू कनेक्शन को कमर्शियल कर नियमानुसार कार्रवाई की गई। एसडीओ आलोक सिंह बकाये पर 37 कनेक्शन काटे गए। इस दौरान कुल चार लाख रुपये से अधिक राजस्व वसूला गया। रामबाग उपकेंद्र अंतर्गत दो दर्जन से अधिक बकाये पर कनेक्शन काटा गया।
व्यवस्था की पड़ताल को रात्रि में निकले एसडीओबिजली चोरी की वजह से ओवरलोडिंग अब समस्या बन चुकी है। जिले में फाल्ट की वजह से कई घंटे आपूर्ति बाधित हो रही है। शासन द्वारा बेहतर व्यवस्था के निर्देश दिए जाने के बाद अधिकारियों ने कवायद शुरु कर दी है। एसडीओ ने गुरुवार देर रात्रि रामबाग उपकेंद्र पर पहुंचकर वहां वीसीबी पैनलों का लोड चेक किया। उन्होंने कहा कि रातके समय में ही लोड बढ़ता है। जिस फीडर पर सबसे ज्यादा लोड दिखाता है। उसे टारगेट पर रखें। विभागीय टीमें दो दिनों तक नोटिस करें, उसके बाद ओवरलोडिंग वाले फीडरों पर रात में ही चेकिंग अभियान चलाया जाए। इस काम में स्थानीय पुलिस की मदद भी ली जाए। जिनके यहां बिजली की चोरी पकड़ी जाती है, उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जाए।