आधार कार्ड साबिर का फोटो अतीक के बेटे की
प्रयागराज ब्यूरो । कहते हैं, बाढ़े पूत पिता के धर्मे खेती उपजे-अपने कर्मे। अतीक अहमद के गुनाह भरे कर्मों की सजा न सिर्फ उसके बेटे बल्कि बेगम शाइस्ता परवीन भी भुगत रही है। पचास हजार रुपये की इनामी शाइस्ता परवीन और उसके बेटे अली के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हुआ है। लिखे गए इस मुकदमें में उन दोनों के साथ दो गुर्गे भी नामजद किए गए हैं। इन चारों पर इस बार कूट रचना एवं फ्राड का आरोप खुद पुलिस के द्वारा लगाए गए हैं। नामजद अली अहमद रंगदारी मांगने के मामले में पहले ही जेल की सलाखों में हैं। जबकि शाइस्ता परवीन पुलिस के खौफ से भागी-भागी फिर रही हैं। आरोपित शाइस्ता परवीन ने ही अपने चकिया स्थित खंडहर हो चुके मकान में एक बैग रखवाया था। कस्टडी रिमांड पर पर लिए पांच अभियुक्तों में एक ने यह बात पुलिस से कबूल की थी। इस पर बरामद किए गए इस बैग में धूमनगंज पुलिस को अली के नाम एक फर्जी आधार कार्ड मिला था। इसके साथ दो मोबाइल व एक रजिस्टर भी बरामद किए गए थे।
शाइस्ता के कहने पर छिपाया था बैग
अधिवक्ता उमेश पाल मर्डर केस के विवेचक धूमनगंज थाना प्रभारी द्वारा चार अप्रैल को पांच अभियुक्त कस्टडी रिमांड पर लिए गए थे। रिमांड पर लिए गए इन अभियुक्तों में मो। एकबाल उर्फ सजर, मो। कैश, मो। नियाज, राकेश उर्फ लाला, अरशद कटरा शामिल थे। छह घंटे तक चली पूछताछ में पुलिस को कई राज मालूम चले थे। पुलिस के मुताबिक कस्टडी रिमांड के दौरान की गई पूछताछ में राकेश उर्फ नाकेश उर्फ लाला ने एक अहम जानकारी दी थी।
छिपाने के लिए दिया था बैग
बताया कि उमेश पाल मर्डर केस की आरोपित वांछित व अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन निवासी चकिया एक बैग छिपाने के लिए दिया था। बैग में एक रजिस्टर, फोन व दो आधार कार्ड थे। शाइस्ता के कहने पर ही वह बैग को लेकर उसके चकिया स्थित टूटे हुए मकान हाता में बने पुराने कमरे में छिपाया है। राकेश सिर्फ यह जानकारी ही नहीं दिया, वह बैग भी पुलिस को बरामद करा दिया। बैग मिलने के बाद पुलिस चेक की तो उसके द्वारा बताई गई बात सच साबित हुई। बैग में मौजूद दो आधार कार्ड में एक अतीक के बेटे अली के नाम था। जबकि दूसरा आधार कार्ड मो। साबिर पुत्र मुन्ने सिद्दीकी निवासी बरनाकोट आनापुर इलाहाबाद के पते से था। मो। साबिर के नाम मिले आधार कार्ड पर अतीक के बेटे अली अहमद की फोटो लगी हुई थी।
फर्जी तरीके से बनाया था आधार कार्ड
इस तरह दोनों ही आधार कार्ड पर अली की लगी हुई फोटो देखकर पुलिस भी चकरा गई। जांच में मालूम चला कि एक साबिर के नाम व अली की तस्वीर वाला आधार कार्ड फर्जी तरीके से बनाया गया था। तफ्तीश कर रही पुलिस ने पाया कि एक कूटरचित फेक आधार कार्ड अली के जरिए छल करने के उद्देश्य से बनवाया गया था। अली के नाम बनाए गए फेक आधार कार्ड में और कौन लोग शामिल हैं अब पुलिस इस बात का भी पता लगाने में जुट गई है। फिलहाल थाना प्रभारी व विवेचक के द्वारा मामले में अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, राकेश उर्फ नाकेश उर्फ लाला, अतीक के बेटे अली अहमद, मो। साबिर के खिलाफ फ्राड सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। राकेश कौशाम्बी जिले के जाफरपुर महावा थाना पश्चिमशरीरा का निवासी है।
इनमें दो पहले से ही जेल में हैं बंद
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पहले से ही उमेश पाल हत्या कांड में आरोपित हैं। अब उस पर इनाम की राशि पचास हजार हो गई है। पति के गुनाहों की मार से आहत शाइस्ता परवीन पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए भागी-भागी फिर रही हैं। जबकि बेटा अली अहमद एक करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में नैनी सेंट्रल जेल में पहले से ही बंद हैं। उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। पुलिस पचास हजार की इनामी शाइस्ता परवीन सहित उमेश पाल व दो गनर की हत्या करने वाले वांछित शूटरों को अब तक नहीं पकड़ पाई है।
कुछ दिन पूर्व चकिया स्थित अतीक के खंडहर घर के हाते में स्थित कमरे से बरामद बैग में रजिस्टर व आधार कार्ड आदि बरामद किए गए थे। एक आधार कार्ड पर लगी तस्वीर अतीक के बेटे की मिली है जबकि उस पर नाम किसी और का है।
राजेश कुमार मौर्य, थाना प्रभारी धूमनगंज