डेढ़ माह में फुंक चुके हैं 14 ट्रांसफार्मर 364 ट्रांसफार्मर किए जा चुके हैं रिपेयर झूलते बिजली तार भी परेशानी की बनी है वजह समय पर नहीं हो पाता है ट्रांसफार्मर में मेंटेनेंस वर्कगर्मी के चलते शहर में बिजली का लोड अचानक से बढ़ गया है. ज्यादातर घरों में एसी फैन कूलर समेत तमाम अन्य उपकरण ऑन हो गए हैं. अपनी उम्र पूरी कर चुके तार से लेकर कम क्षमता वाले ट्रांसफार्मर हर चौथे दिन किसी न किसी एरिया में जल जा रहा है. लोकल फाल्ट भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है. महज डेढ महीने के अंदर प्रयागराज डिस्ट्रक्ट में 14 ट्रांसफार्मर जल चुके हैं. करीब 364 ट्रांसफार्मर में खराबी आने पर रिपेयर किये जा चुके हैं. स्थिति यह है कि बिजली विभाग दिनरात खराब ट्रांसफार्मर को रिपेयर करने में जुट हुआ है. अगर समय से रिपेयर न किया जाएं तो कई जगहों पर घंटों अंधेरा छाया रहे. प्रयागराज डिस्ट्रिक्ट के सभी वर्कशॉप में लिमिट ट्रांसफार्मर पड़े है. यह ट्रांसफार्मर जरूरत पडऩे पर फतेहपुर और कौशांबी तक भी जाते हैं.

प्रयागराज (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट से बातचीत में वर्कशॉप के अधिकारी विजय तिवारी और दिनेश सिंह का कहना है कि गर्मी में शहर और बरसात में ग्रामीण एरिया में सबसे ज्यादा ट्रांसफार्मर जलते हैं। उन्होंने इसके पीछे का कारण भी बताया। उनका कहना है कि गर्मी में शहर में लगे ट्रांसफार्मर पर एसी का लोड अचानक से बढ़ जाता है। जबकि ग्रामीण एरिया में एसी का यूज न के बराबर है। इसके साथ ग्रामीण एरिया में पेड़ों की संख्या भी अधिक होती है। इनकी छांव के चलते ट्रांसफार्मर ज्यादा गर्म नहीं हो पाता है। वहीं शहर में पेड़ की संख्या अब न के बराबर है। घरों में बढ़े लोड का हीट व
शहर में सबसे ज्यादा चल रही गाडिय़ों से निकलने वाले धुएं से भी ट्रांसफार्मर हीट होकर फुंक जाता है। बरसात के समय शहर में पानी का भराव कम होता है। वहीं ग्रामीण एरिया में जलभराव सबसे ज्यादा होता है। पानी भरने से ट्रांसफार्मर डूबा रहता है और फाल्ट की समस्या के साथ जलने की शिकायत आती है। वहीं ठंड के मौसम में शहर हो या ग्रामीण ट्रांसफार्मर जलने की संभावना कम होती है।


झूलते तार भी है सबसे बड़ा कारण
शहर से लेकर ग्रामीण एरिया तक में कुछ जगहों पर झूलते तारों को कसने और तारों पर उगे लत की कटाई के लिए बिजली विभाग हर साल हजारों-लाखों रुपये खर्च करता है। लेकिन आज भी हालात जस की तस है। बिजली तारों की दुर्दशा भी एक वजह है कि ट्रांसफार्मर लोड बढऩे से जल रहे हैं। ये जर्जर तार हवा का एक झोंका तक सह नहीं पा रहे। जबकि बिजली विभाग का दावा है कि एरियाज में झूलते तारों को टाइट करा दिया गया है। फिर भी आए दिन बिजली सप्लाई प्रभावित हो रही है।

वर्कशॉप में होती मरम्मत
प्रयागराज के बमरौली और झूंसी स्थित वर्कशॉप में 10 केवीए, 25 केवीए, 63 केवीए, 100 केवीए के अलावा अधिक क्षमता वाले 160 केवीए, 150 केवीए, 400 केवीए और 630 केवीए के ट्रांसफार्मर की मरम्मत होती है।


- प्रयागराज डिस्ट्रिक्ट में कुल छोटे-बड़े मिलाकर लगे हुये ट्रांसफार्मर - 53265
- वर्कशॉप स्थित स्टोर में छोटे-बड़े मिलाकर रखे ट्रांसफार्मर - 283
- डेढ माह में शहर और रूरल के अंदर फुंके ट्रांसफार्मर - 14
- डेढ माह के अंदर शहर और रूरल से
फाल्ट ट्रासंफार्मरों की हुई मरम्मत - 364
- पिछले साल जले चुके हैं ट्रांसफार्मर - 31
- डिस्ट्रिक्ट में ट्राली ट्रांसफार्मरों की संख्या है - 197

यहां हो चुकी हैं घटनाएं
- 10 अप्रैल को सदियापुर मछली बाजार में ट्रांसफार्मर में लगी थी आग
- 06 अप्रैल को कटरा इलाके में बने यूनिक मॉल के बगल में रखे ट्रांसफार्मर में लगी थी आग
- 05 अप्रैल को राजापुर ट्रैफिक चौराहा समीप ट्रांसफार्मर में लगी थी आग
- 04 और पांच अप्रैल की रात्रि लोकनाथ चौक भारती भवन स्थित रखे ट्रांसफार्मर में लगी थी आग
- 03 अप्रैल को मु_ीगंज गऊघाट के पास ट्रांसफार्मर में लगी थी आग
- 28 मार्च को झूलते तार के चलते नागवासुकि मंदिर के पास पोल में लग गई थी आग
- 18 मार्च को अल्लापुर चौकी के पास झूलते तार के चलते बिजली के खंभे में लग गई थी आग
- 13 मार्च को खुल्दाबाद चौराहा के समीप शगुन डेरी के पास झूलते तार के चलते खंभे में लग गई थी आग


आंधी और बारिश के साथ गर्मी में ज्यादातर ट्रांसफार्मर फूंकने की शिकायत मिलती है। इसलिए स्पेयर में तीन सौ छोटे-बड़े मिलाकर रखे गए हैं। कहीं से भी इसकी सूचना मिलते ही तुरंत ट्रांसफार्मर मौके पर भेज दिया जाता है।
विजय तिवारी, एसडीओ वर्कशॉप

Posted By: Inextlive