तीन साल की प्रेम कहानी एक झटके में खत्म
प्रयागराज ब्यूरो । साथ जिएंगे साथ मरेंगे कसम खाने वाले सत्यम और कुमकुम ने आखिरकार अपनी कसम पूरी ही कर ली। घर और समाज ने जब दोनों की मोहब्बत को पनाह नहीं दी तो दोनों ने अपनी जिंदगी खत्म करने का फैसला कर लिया। दोनों रात के अंधेरे में घर से निकले और लौटे नहीं। दोनों ने एक साथ ट्रेन के आगे कूदकर मौत को गले लगा लिया। दोनों ने इतनी दर्दनाक मौत चुनी कि दोनों के क्षतविक्षत शव देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। रात में ही परिजनों को मालूम चल गया। पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया। वहीं, शनिवार को आधी दोपहर तक लड़की की शिनाख्त करने कोई सामने नहीं आया। हालांकि दोपहर बाद लड़की के परिजन भी आ गए तो शिनाख्त हुई।
तीन साल से चल रही थी कहानी
हंडिया कोतवाली क्षेत्र में है जमशेदपुर गांव। यहां के रहने वाले सत्यम और काजल उर्फ कुमुकुम की प्रेम कहानी का बहुत दुखद अंत हुआ। करीब तीन साल पहले हाई स्कूल में दोनों की प्रेम कहानी चर्चा में आई। इसके बाद तो दोनों परिवारों में तनातनी बढ़ती चली गई। सत्यम के पिता अरुण कुमार और काजल के पिता शेषमणि के बीच कई बार आमना सामना हुआ। मगर बात ज्यादा आगे बढ़ी नहीं। दोनों अपनी औलादों पर शिकंजा कसने में लगे रहे। मगर दोनों का कोई हथकंडा काम नहीं आया। सत्यम और काजल इंटर के छात्र थे। इस बार जुलाई में स्कूल खुला तो काजल का बाहर निकलना बंद था। ऐसे में वह स्कूल भी नहीं जा पाती थी।
कई दिन से गुमशुम था सत्यम
तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर सत्यम कई दिनों से गुमशुम था। उधर, काजल भी घर के अंदर कैद थी। इन दिनों पर काजल पर घर से बाहर निकलने पर सख्त पाबंदी थी। दोनों की मुलाकात नहीं हो पा रही थी। न जाने कैसे शुक्रवार रात को करीब आठ बजे दोनों घर से भाग निकले। गांव में एक छोर पर सत्यम का घर है तो दूसरे छोर पर काजल का। रात करीब दस बजे दोनों आसेपुर गांव के सामने रेलवे ट्रैक पर सामने से आ रही ट्रेन के सामने कूद पड़े।
सूचना पाकर पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को दी। पुलिस घटना स्थल पर पहुंची तो भीड़ जमा हो गई। दोनों का शव क्षत विक्षत हो गया था। दोनों का चेहरा इतना बुरी तरह से क्षत विक्षत था कि सीधे पहचान कर पाना मुश्किल था। रात में पुलिस ने सत्यम के कपड़े की तलाशी ली तो उसमें मोबाइल मिला। मोबाइल से सम्पर्क कर घरवालों से बात हुई। घटना स्थल से सत्यम का गांव करीब दो किलोमीटर है। कुछ ही देर में घरवाले आ गए। मोबाइल और कपड़े से सत्यम की पहचान हुई।
17 घंटे बाद हुई लड़की की शिनाख्त
शुक्रवार को आधी रात सत्यम की पहचान हो गई। मगर उसकी बाडी के बगल पड़ी लड़की के शव की शिनाख्त नहीं हुई। पुलिस सत्यम के परिजनों से पूछताछ करती रही, मगर सत्यम के परिजनों ने लड़की को पहचाने से इंकार कर दिया। हालांकि पुलिस हालात देख समझ चुकी थी कि मामला प्रेम प्रसंग का है। पुलिस ने रात में दोनों के शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। सत्यम की मौत की खबर गांव में उसके घर पहुंची तो परिवार में रोना पिटना मच गया। घर से काजल गायब थी। उसके घरवालों को सत्यम की मौत का पता भी चल गया था, मगर सब चुप्पी साधे बैठे थे। शनिवार को करीब बारह बजे सत्यम के शव का पंचनामा भरा जाने लगा इसके बावजूद उसके घरवाले और काजल के घरवाले चुप्पी साधे रहे। पुलिस को जब अन्य लोगों से मामले की जानकारी हुई तो पुलिस ने थोड़ा रुख कड़ा किया, इसके बाद लड़की के घरवाले सामने आए। करीब चार बजे लड़की की पहचान काजल के रूप में हुई।
सत्यम और काजल के बीच प्रेम प्रसंग का मामला चल रहा था। उसके घरवालों को इससे नाराजगी थी। दोनों पर उनके घरवालों ने अंकुश लगा रखा था। रात में दोनों ने साथ भागकर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर लिया।
धर्मेंद्र कुमार दुबे, इंस्पेक्टर हंडिया