नोटिस और कार्रवाई के बाद भी सेवा में कोई कमी नहीं
मौनी अमावस्या से एक दिन पहले ही शहर में चले खूब भंडारे
मकर संक्रांति पर भंडारा चलाने वालों का एडमिनिस्ट्रेशन ने किया था चालान prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं की सेवा के लिए भंडारा चलाने और जगह-जगह स्टॉल लगाकर चाय, तहरी, खिचड़ी बांटने वाली संस्थाओं को नोटिस दिया गया। इसके बाद भी मौनी अमावस्या के एक दिन पूर्व ही शहर में उमड़ी भीड़ की सेवा के लिए विभिन्न संस्थाएं सड़क पर आ गई। जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया, जो भूखे-प्यासे और थके-हारे श्रद्धालुओं के लिए सहारा बना। एडमिनिस्ट्रेशन ने नहीं की व्यवस्थामौनी अमावस्या पर स्नान के लिए रविवार को प्रयागराज पहुंची लाखों लागों की भीड़ को करीब आठ से दस किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर किया गया। इस दौरान एडमिनिस्ट्रेशन ने लोगों के खाने-पीने का कोई इंतजाम नहीं किया। लेकिन सामाजिक, व्यापारिक संस्थाओं ने शहर में जगह-जगह भंडारा का आयोजन किया। सिविल लाइंस, मेडिकल चौराहा, रामबाग, बाई का बाग, चंद्रलोक चौराहा, हिवेट रोड, लीडर रोड पर स्टॉल लगाकर पूड़ी, सब्जी, हलवा, खिचड़ी, तहरी आदि वितरित की गई।
पहली बार परमिशन का नियमसंगमनगरी प्रयागराज में माघ मेला हो या कुंभ का आयोजन। यहां आने वाली भीड़ की सेवा के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ता है। इसके लिए कभी किसी थाने या एडमिनिस्ट्रेशन से परमिशन लेने का नियम नहीं बनाया गया। लेकिन इस बार कुंभ मेला 2019 के दौरान एडमिनिस्ट्रेशन ने भंडारा चलाने से पहले परमिशन लेने का आदेश दिया। परमिशन न लेने पर मकर संक्रांति पर भंडारा चलाने वाली संस्थाओं को नोटिस भेजा गया।
एडमिनिस्ट्रेशन का नया नियम -भंडारा आयोजन के लिए अप्लीकेशन लिख संबंधित थाने में दें -थाने का परमिशन मिलने के बाद एफिडेविट लगाएं -इसमें इस बात का जिक्र हो कि अगर गंदगी होती है तो संबंधित संस्था जिम्मेदार होगी -सफाई की व्यवस्था बेहतर करनी होगी संस्थाएं बांटें, निगम कराए सफाई श्रद्धालुओं की सेवा के लिए भंडारे का आयोजन करने वाली संस्थाओं को सफाई के लिए परेशान न होना पड़े, और कार्रवाई का शिकार न होना पड़े, इसके लिए नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन ने सफाई व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए हैं। संस्थाओं की शिकायत पर मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने नगर निगम अधिकारियों को विशेष व्यवस्था करने का आदेश दिया है। वर्जन जहां भी भंडारा होता है, वहां गंदगी बहुत हो जाती है। इसलिए संस्थाओं को कहा गया है कि वे डस्टबिन जरूर रखें। इसके बाद भी गंदगी होती है तो नगर निगम अतिरिक्त कर्मचारी लगाकर सफाई कराएगा। ताकि संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई न हो। अभिलाषा गुप्ता नंदी, मेयर