48 घंटे बाद पुलिस के हस्तक्षेप पर आई बिजली
शिकायत करने पर अधिकारी फाल्ट ना मिलने का बता रहे कारण
झलवा देवघाट समेत आसपास इलाकों में पानी का संकट दो दिन पहले आए आंधी व बारिश से बिजली व्यवस्था पूरी तरह से गड़बड़ा गई है। झलवा देवघाट सहित आसपास के इलाकों में तीन दिन बीतने को आया है। मगर अभी तक बिजली नहीं आई है। वहीं भीटी, बजावा और असरावल क्षेत्र में हो रही अघोषित कटौती से पेयजल संकट गहरा गया है। जिससे लोगों को पानी के पानी के लिए कड़ी मश्क्कतकरनी पड़ रही है। बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारी फाल्ट न मिलने का कारण बता कर पल्ला झाड़ ले रहे हैं। डेढ़ किमी दूर से ला रहे पानीझलवा देवघाट इलाके के लोगों को पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। महिलाएं डेढ़ किमी दूर हैंडपंप से पानी भरकर ला रही हैं। बिजली नहीं होने के कारण नलजल योजना बंद पड़ी है। जिससे पेयल संकट गहराया है। जिन लोगों के पास ट्रैक्टर या गाड़ी है वे लोग ड्रम में भरकर पानी ला रहे हैं, लेकिन जिन लोगों के पास कोई साधन नहीं है उनके लिए परेशानी खड़ी हो गई है। वहीं पीपल गांव, भीटी, बजावा और असरावल में भी बिजली कटौती से क्षेत्रवासियों का बुरा हाल है।
गांव में पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है। हैंडपंप पर पानी भरने के लिए सुबह से रात तक भीड़ लग रही है। एक बर्तन पानी भरने में काफी समय लग जाता है। दो-तीन दिन से लोगों नहाना दूर पीने के लिए पानी भी नहीं मिल रहा है।
ओपी राय, स्थानीय तीन दिन से झलवा देवघाट में लाइट नहीं होने के कारण घरों का इनवर्टर तक बंद पड़ा है। फोन करने पर जिम्मेदार अधिकारी फाल्ट न मिलने का कारण बता रहे हैं। बिजली न होने पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। गुरु प्रसाद श्रीवास्तव, स्थानीय लाइट नहीं होने के कारण पूरे एरिया में पानी के लिए त्राही-त्राही मच गई है। डेढ़ किमी दूर हैंडपंप से पानी भरकर लाना पड़ रहा है। सुबह पानी भरने निकलते हैं तब जाकर दोपहर तक बड़ी मुश्किल से खाना बन पाता है। अमर बहादुर सिंह, स्थानीय भीटी, असरावल में अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। बिजली कब आएगी और कब जाएगी कोई भरोसा नहीं दिया। पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। अमित शुक्ला, स्थानीयअधिकारियों को फोन करने पर फाल्ट न मिलने का कारण बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं। लॉकडाउन में उपकेंद्र तक जाकर अपनी शिकायत भी नोट नहीं करा पा रहा है। सिर्फ फोन के सहारे ही बात हो रही है। ज्यादा फोन करने पर अधिकारी फोन उठाना तक छोड़ देते हैं।
सत्यवान सिंह अगर दो-तीन दिन से लाइट नहीं आ रही है तो इसको चेक करा कर फॉल्ट को दूर किया जाएगा। हालांकि इस क्षेत्र में लोड अधिक की समस्या की शिकायत संबंधित उपकेंद्र के अधिकारियों द्वारा प्राप्त हुई थी। अगर ट्रांसफार्मर लोड कम होने के चलते प्रॉब्लम आ रही है तो लोड बढ़ाया जाएगा। विनोद गंगवार, मुख्य अभियंता