वैक्सीनेशन में सबसे आगे '45 प्लस'
नंबर गेम
238927 अब तक कुल हुआ टीकाकरण 31211 हेल्थ वर्कर्स को लगा टीका 27951 फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगा टीका 179765 45 साल से अधिक लोगों को लगा टीका ---------------------- - 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण का जिले में लगातार बढ़ रहा ग्राफ - पिछले दिनों हुए हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स ने टीकाकरण को लेकर दिखायी थी कम रुचि कोरोना वैक्सीनेशन में 45 साल और 60 साल से अधिक उम्र के लाभार्थियों ने समाज के सामने नई मिसाल पेश की है। उनका तेजी से बढ़ता ग्राफ दूसरों को भी वैक्सीनेशन कराने के लिए प्रेरित कर रहा है। इसके पहले हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स के टीकाकरण में प्रयागराज की काफी किरकिरी हुई थी लेकिन इसके बाद जैसे ही एजग्रुप चेंज हुआ, अचानक से टीका लगवाने वालों की बाढ़ आ गई है।टीका लगवाने से पीछे हट रहे थे हेल्थ वर्कर्स
दस जनवरी से शहर में टीकाकरण की शुरुआत की गई थी। सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स को टीका लगवाया गया। शुरुआती हफ्तों में वैक्सीनेशन का ग्राफ 40 फीसदी से अधिक नहीं पहुंचा। बाद में काफी दबाव बनाने के बाद लोग टीकाकरण केंद्र पर पहुंचने लगे। मार्च तक चले टीकाकरण में कुल 31211 हेल्थ वर्कर्स से टीकाकरण करवाया है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि 83 फीसदी हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई है।
बाहर के सुरक्षाकर्मियों ने सुधारा ग्राफ इसी तरह दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया गया। इसमें शुरुआत में 40 से 50 फीसदी तक ही ग्राफ पहुंचा था। इसी दौरान माघ मेले का आयोजन हुआ। जिसमें दूसरे जिलों से आए पुलिस के जवानों का बल्क में टीकाकरण किया गया। इसकी वजह से इस चरण का ग्राफ काफी हद तक सुधर गया। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 77 फीसदी को टीकाकरण किया गया। अब हॉस्पिटल्स में बढ़ रही भीड़ - जब से 60 साल से अधिक उम्र के लोगां का टीकाकरण शुरू हुआ है तब से ग्राफ अचानक से ऊपर गया है। - वहीं एक अप्रैल से 45 साल से अधिक के लोगों का टीकाकरण भी स्टार्ट हो गया है। इसका भी सकारात्मक प्रभाव सामने आया है। - अब तक 1.79 लाख इस कैटेगरी के लोगों ने टीका लगवाया है। देखा जाए तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। - अभी भी 45 साल से अधिक उम्र के लोगों की टीकाकरण केंद्रों पर लंबी लाइन लग रही है। नही पड़ा अफवाहों का असरटीकाकरण की शुरुआत के दौरान वैक्सीन को लेकर तरह तरह की अफवाहों का बाजार गर्म था। ऐसे में बहुत से लोग पोर्टल पर नाम होने के बावजूद केंद्र पर नही पहुंच रहे थे। शुरुआती दो चरण में यह परिणाम नजर आए। इसके बाद 60 साल से अधिक उम्र के लाभार्थियों ने इन अफवाहों को दरकिनार कर दिया। उन्होंने सबसे पहले वैक्सीन को तरजीह दी है।
कोरोना से रक्षा कर रही वैक्सीन बताया जा रहा है कि जिन लोगों ने वैक्सीन लगवाई है उनको कोरोना से बचाव में यह मदद करेगी। लोग भले ही वैक्सीन कीदोनो डोज लगवाने के बाद पाजिटिव हो जाएं लेकिन वह जल्द रिकवर भी हो जाएंगे। इसलिए अपनानंबर आने पर बिना देरी किए वैक्सीन लगवा लेना चाहिए। वैक्सीन के फायदे अधिक हैं। इसका एक भी नुकसान अब तक सामने नही आया है। वैक्सीनेशन अब रफ्तार पकड़ रहा है। पहले 60 साल और अब 45 साल से अधिक उम्र के लोगों की भीड़ टीकाकरण केंद्रों पर उमड़ने लगी है। यह वाकई समाज के दूसरे लोगों के लिए प्रेरणा से कम नहीं। सभी पात्रों को आगे आकर वैक्सीन लगवानी चाहिए। डॉ। आरएस ठाकुर, वैक्सीनेशन प्रभारी, स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज