45 दिनों का कुंभ, 13 जनवरी से शुरुआत
प्रयागराज ब्यूरो । मेला विकास प्राधिकरण के अफसर, एडीजी और कमिश्नर की मौजूदगी में सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों के साथ हुई मिटिंग में शनिवार को महत्वपूर्ण फैसले लिये गये। महाकुंभ 2025 की शाही और प्रमुख स्नान पर्वों की तिथियां घोषित कर दी गईं। इस बार महाकुंभ 45 दिनों का होगा। 13 जनवरी से मेले का आगाज हो जाएगा और समापन 26 फरवरी को शिवरात्रि के दिन होगा।
13 जनवरी से शुरू होगा कल्पवास
महाकुंभ 2025 की शुरुआत इस बार भी पौष पूर्णिमा पर स्नान के साथ होगी। यानी पहला प्रमुख स्नान 13 जनवरी को होगा। मेले की खासियत कल्पवास है। इससे पूरा मेला क्षेत्र फुल पैक हो जाने के बाद ही शाही स्नान की शुरुआत होगी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और मेला प्राधिकरण की बैठक का आयोजन शनिवार को कमिश्नर कार्यालय में हुआ। जिसमें प्रतिनिधियों ने महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के सुझाव भी दिए। प्राधिकरण ने पंचांग विशेषज्ञों से परामर्श पर शाही स्नान की तिथियों से अखाड़ों के प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया। कुंभ मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने महाकुंभ की कार्ययोजना की अखाड़ों के संतों को जानकारी दी। साथ ही देश भर के मठ-मंदिरों और आश्रमों के जीर्णोद्धार के लिए आर्थिक मदद को लेकर भी संतों से परामर्श लिया गया। इस दौरान कमिश्नर विजय विश्वास पंत, एडीजी भानु भास्कर सहित कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। अखाड़ों से जूना अखाड़ा के संरक्षक महंत हरिगिरि महाराज, गुजरात से निर्मोही अनी अखाड़े के अध्यक्ष राजेंद्र दास, अयोध्या से निर्वाणी अनी के महंत धर्मदास महाराज, महानिर्वाणी अखाड़ा के श्रीमहंत व अखाड़ा परिषद के सचिव यमुनापुरी, बड़ा अखाड़ा उदासीन से महंत महाशिवानंद, नया उदासीन अखाड़ा से जगतार मुनि, निर्मल अखाड़ा से महंत देवेंद्र ङ्क्षसह शास्त्री, निरंजनी अखाड़ा से ओमकार गिरि, आनंद अखाड़ा से राजेश्वरानंद, अटल अखाड़ा से बलराम भारती ने अपने सुझाव सामने रखे।
महाकुंभ को लेकर ये होंगे निर्माण कार्य
सात रिवर फ्रंट टाइप सड़कों, जिसकी कुल लम्बाई 13.25 किमी होगी, का विकास किया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से वित्त पोषित तथा सभी सार्वजनिक सुविधाओं से युक्त 7 घाटों का भी निर्माण किया जा रहा है।
अक्षयवट, पातालपुरी एवं सरस्वती कूप के कारिडोर डेवलप किया जाना प्रगति पर है
नागवासुकी मंदिर, अलोपशंकरी देवी मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, पंडिला महादेव मंदिर, कोटेश्वर महादेव मंदिर, कल्याणी देवी मंदिर तथा तक्षक तीर्थ का विकास सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।
भारद्वाज आश्रम तथा द्वादश माधव मंदिरों के कारिडोर का विकास सौन्दर्यीकरण, प्रवेश द्वार, साइनेज इत्यादि भी कराया जा रहा है।
एनएचएआई द्वारा प्रयागराज रिंग रोड, प्रयागराज - रायबरेली-लखनऊ मार्ग का विकास, प्रयागराज- अयोध्या तथा प्रयागराज बांदा राजमार्ग पर पडऩे वाली रेलवे कासिंग, जसरा मे बाईपास का भी निर्माण कराया जा रहा है
एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का कार्य नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा किया जा रहा है।
एयरपोर्ट को मेला क्षेत्र से जोडऩे हेतु सूबेदारगंज में आरओबी का निर्माण तथा एयरपोर्ट हेतु एक नये मार्ग का निर्माण।
रेलवे स्टेशनों के उच्चीकरण हेतु रेलवे विभाग के साथ गैप एनालसिस कर कार्य किया जा रहा है। आरओबी का निर्माण कार्य सेतु निगम को दे दिया गया है।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा 39 चौराहों के विकास हेतु कन्सल्टेंट से डीपीआर बनाने का कार्य प्रगति में है।
प्राधिकरण द्वारा 29 सड़कों का सौन्दर्यीकरण, सुदृढीकरण एवं चौडीकरण कराया जा रहा है।
पीडब्ल्यूडी द्वारा 31 सड़कों सौन्दर्यीकरण, सुदृढीकरण एवं चौड़ीकरण तथा 21 सड़कों का निर्माण एवं चौडीकरण कराया जा रहा है।
संतों ने दिए प्रस्ताव व सुझाव
बैठक में संतों ने भी मेला प्राधिकरण के अधिकारियों को सुझाव दिया। जूना अखाड़ा के महामंत्री महन्त हरि गिरि द्वारा महाकुंभ में प्रयागराज को राम गमन मार्ग का सूचक के रूप में भी परिलक्षित करने पर जोर देने का सुझाव दिया। साथ ही महर्षि भारद्वाज द्वारा किए गए कार्यों का और प्रचार-प्रसार करने, आदि शंकराचार्य जी का स्थायी द्वार बनाने, वेणी माधव की परिक्रमा हेतु उचित मार्ग की व्यवस्था करने एवं मोहल्लों का नाम जगत गुरूओं के नाम पर रखने का भी प्रस्ताव दिया। महानिर्वाणी अखाड़ा के यमुनापुरी ने पेशवाई मार्गों से लटकते हुए विद्युत तारों को शतप्रतिशत हटाने का सुझाव दिया। डीएम संजय कुमार खत्री ने धन्यवाद ज्ञापित किया। पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा, आईजी चंद्र प्रकाश, एसीपी पवन कुमार, वीसी पीडीए अरविंद चौहान सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
शाही स्नान
मकर संक्रांति - 14 जनवरी 2025
मौनी अमावस्या - 29 जनवरी 2025
वसंत पंचमी - 03 फरवरी 2025 प्रमुख स्नान
पौष पूर्णिमा 13 जनवरी 2025
अचला सप्तमी 04 फरवरी 2025
माघी पूर्णिमा 12 फरवरी 2025
महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025
45
करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
31
हजार करोड़ रुपये होंगे निवेश
06
हजार हेक्टेयर में बसाया जाएगा मेला
28
सेक्टर होंगे, 30 पांटून पुल बनाए जाएंगे
20
प्रवेश द्वारों से महाकुंभ मेला क्षेत्र में एंट्री
40
स्नान घाट बनाए जाएंगे गंगा किनारे, आठ किमी नदी में बैरीकेडिंग
16
सरकारी विभाग इनवाल्व हैं तैयारी में
800
स्पेशल ट्रेन, 55 से ज्यादा होंगी फ्लाइट्स चलाने की तैयारी
01
लाख जवान पुलिस, पीएसी व पैरामिलिट्री के होंगे तैनात
16
अस्थायी थाने, 68 पुलिस चौकी, 82 अग्निशमन केंद्र बनेंगे
1.5
लाख वाहनों की क्षमता वाले 92 पार्किंग बनेगी
2.5
लाख टायलेट्स होंगे, 60 हजार स्वच्छता कर्मचारी होंगे तैनात