जिले में मदरसा बोर्ड के 4340 स्टूडेंट्स भी होंगे प्रमोट
- मुंशी, मौलवी व आलिम के लिए होने थे बोर्ड एग्जाम
- अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने सीबीएसई व यूपी बोर्ड के तर्ज पर कैंसिल की बोर्ड परीक्षा prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: कोरोना महामारी के कारण इस बार सभी प्रमुख बोर्ड ने अपनी 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं को कैंसिल कर दिया। जिससे स्टूडेंट्स को सुरक्षित रखा जा सके। यूपी बोर्ड की ओर से 10वीं व 12वीं की परीक्षा कैंसिल होने के बाद अब मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं भी कैंसिल करने का निर्देश जारी कर दिया गया। मदरसा बोर्ड परीक्षा के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल गुप्ता के निर्देश पर यह निर्णय लिया गया है। जिसके बाद जिले में भी इस बार मदरसा बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने वाले 4340 स्टूडेंट्स भी बगैर परीक्षा के ही प्रमोट कर दिए जाएंगे। मदरसा बोर्ड में मुंशी और मौलवी का अर्थ 10वीं और आलिम का मतलब इंटर की परीक्षा है।18 सेंटर्स पर जिले में होनी थी परीक्षा
मदरसा बोर्ड के शैक्षणिक सत्र 2020-21 की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए इस बार 18 सेंटर जिले में बनाए गए थे। जहां पर 4340 स्टूडेंट्स को परीक्षा में शामिल होना था। इसमें मुंशी में 1775, मौलवी में 1604 यानी 10वीं में कुल 3379 स्टूडेंट्स को परीक्षा में शामिल होना था।वहीं आलिम में 961 स्टूडेंट्स ने परीक्षा में शामिल होने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। इस मदरसा बोर्ड परीक्षा के लिए जिले के 128 मदरसा के स्टूडेंट्स को परीक्षा में शामिल होना था।
स्टूडेंट्स की सुरक्षा बोर्ड की पहली प्राथमिकता है। ऐसे में 10वीं व 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं कैंसिल कर दी गई हैं। इन क्लासेस के स्टूडेंट्स को अगली क्लास में प्रमोट किया जाएगा। वहीं कक्षा एक से 8वीं तक स्टूडेंट्स को प्रमोट करने के लिए पहले ही निर्देश दिए गए हैं। - नंद गोपाल गुप्ता नंदी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री