सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं 'किराये की सांस' के सौदागर
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लोग अब तक ऑक्सीजन सिलेंडर की ब्लैकमेलिंग करते धराए 03 व्यक्ति 29 अप्रैल को कोतवाली व एडीजी की टीम द्वारा पकड़े गए 03 लोग धूमनगंज में ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ दो मई को गिरफ्तार हुए अपनी प्रोफाइल पर मदद के नाम पर ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत मंदों से संपर्क करने की लगाते हैं पोस्ट संपर्क करने वालों को एक निर्धारित स्थान पर बुलाने के बाद कर रहे सिलेंडर की सौदेबाजीPRAYAGRAJ: कोरोना कॉल में बढ़ी ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड को देखते हुए ब्लैकमेलर सोशल मीडिया पर एक्टिव हो चुके हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर की ब्लैक मार्केटिंग के लिए वह फेसबुक व ह्वाट्सएप जैसे प्लेटफार्म का सहारा ले रहे हैं। इनके जरिए मजबूरी का यह सौदा दस या बीस नहीं सीधे तीस से चालीस हजार रुपये में किया जा रहा। अपनो की जान बचाने के लिए परेशान लोग ब्लैक करने वालों द्वारा मांगी गई रकम अदा करने को मजबूर हैं। लोगों की जरूरत व मजबूरी को कैसे करवा रहे आधा दर्जन लोग अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पूछताछ में पुलिस को मालूम चला कि इनका रैकेट सोशल मीडिया पर एक्टिव है।
फिर भी दौलत का छाया है नशामहामारी काल में इस बार हैरतंगेज मामले सामने आ रहे हैं। लाखों, करोड़ों रुपये होने के बावजूद तमाम लोगों की जिंदगी मौत की इस आंधी में नहीं बच सकी। ऐसे लोगों की मौत से भी इंसानियत के दुश्मन सबक नहीं ले रहे। अकूत दौलत भरी होने के बाद लोगों की जिंदगी नहीं बच पा रही। बावजूद नोट की भूख मिटाने के लिए चंद लोग इंसानियत को शर्मसार करने पर उतारू हैं। इनके जरिए ऑक्सीजन सिलेंडर तक बेचे जा रहे। इस सौदेबाजी के लिए वह सोशल मीडिया के प्लेटफार्म को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे। इनकी पोस्ट को देखकर जरूरत मंद लोगों या उनके जानने वाले पोस्ट में दिए गए नंबरों पर कॉल करते हैं। कॉल करते ही ऑक्सीजन सिलेंडर के सौदागर मोलभाव शुरू कर देते हैं। चालीस हजार रुपये से शुरू इनके रेट तीस से 25 हजार तक पर आकर फिक्स हो जाते हैं। इसके नीचे बोली लगाने वाले को यह ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं देते। कोतवाली व धूमनगंज पुलिस द्वारा अब तक गिरफ्तार किए गए सौदागरों से हुई पूछताछ में यह बातें सामने आई हैं।
इस तरह से फैलाते हैं जालबट्टा - सोशल मीडिया पर इनके जरिए ऑक्सीजन की जरूरत पर संपर्क करने के पोस्ट लगाए जाते हैं - इस पोस्ट में सौदागर किसी एक साथी खासकर सरगना का नंबर भी वायरल कर देते हैं- पोस्ट पर दिए गए नंबरों के जरिए जरूरतमंद इनके पास कॉल करके ऑक्सीजन की डिमांड करते हैं
- प्रोफाइल पर लगाए गए पोस्ट में बेचने या खरीदने जैसी बातें नहीं लिखते, इससे लोग इन्हें मददगार समझ लेते हैं जरूरतमंद कॉल करते हैं तो यह सौदागर सीधे मिलने की बात करके एक निर्धारित जगह बता देते हैं जरूरतमंद से उस स्थान पर मिल कर वे ऑक्सीजन सिलेंडर के रेट की कीमत को लेकर मोलभाव करते हैं बरामदगी कर रही धंधे की पुष्टि एडीजी जोन की टीम व कोतवाली पुलिस द्वारा पांच ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद किए गए थे। इनमें चार सिलेंडर खाली मिले थे। तलाशी में पुलिस को तीन मोबाइल और टाटा जेस्ट एक चार पहिया गाड़ी भी मिली थी। पकड़े गए लोगों में सुरेंद्र कुमार पहावा निवासी नेहरू नगर मीरापुर अतरसुइया , बलिया का अनूप यादव व नैनी मामा भांजा भण्डरा उमरगंज का बेलाल शामिल था। यह बरामदगी 29 अप्रैल को हुई थी। रविवार को एक ऑक्सीजन सिलेंडर संग करेली के लईक अहमद व नईम एवं भरवानी रोही कोखराज का मोबीन शामिल है।ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों पर पुलिस की पैनी नजर है। लोग भी ऐसे लोगों की जानकारी लोकल थाने की पुलिस को दें। ताकि ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा सके। लोगों की मजबूरी का फायदा उठाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दिनेश सिंह, एसपी सिटी