घर बैठे रिश्तों की तलाश और ऑनलाइन साइटों पर विश्वास में आप ठगे भी जा सकते हैं. इस तरह तय किए जाने वाले शादी के रिश्तों में बर्बादी का रिस्क काफी है. जिले के कई ऐसे लोग हैं जो शादी के नाम शातिरों द्वारा बिछाए गए जाल में फंस चुके हैं. कई युवतियां व युवक भी इस झांसे में फंस चुके हैं. यह सारा खेल फेक विज्ञापन व शादी के लिए बनायी गयी साइटों के जरिए किया जा रहा है. फंदे में फंस चुके लोगों द्वारा पुलिस से शिकायतें भी की गई हैं. प्राप्त शिकायतों की जांच में साइबर एक्सपर्ट की टीम जुट गई है. शादी विवाह का दौर और हालत को देखते हुए साइबर सेल के जिम्मेदार सतर्कता के कई रास्ते बता रहे हैं. जिस पर अमल करके लोग शादी विवाह के मामले में ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। ऑनलाइन शादी के रिश्तों की तलाश पिछले कई वर्षों से लोग करते आ रहे हैं। मगर अब इस प्लेटफार्म पर भी साइबर ठगों की टीम एक्टिव हो गई है। इनके जरिए सोशल साइट्स पर फेक आइडी जेनरेट करके लोगों से ठगी की जाती है। बात सिर्फ यहीं से नहीं खत्म होती। लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए और भी कई हथकंडे इनके जरिए आजमाए जा रहे हैं। फेसबुक जैसे प्लेट फार्म पर यह शातिर शादी के विज्ञापन वायरल करते हैं। इनके इस विज्ञापन पर कुछ नंबर और फेक आईडी एवं वाट्सएप नंबर भी लिखे होते हैं। जिनके जरिए संपर्क करने वाले शख्स को वह शादी का रिश्ता पक्का कराने के नाम पर ठगी का शिकार बना लेते हैं।
अब तक सामने आ चुके 65 मामले
जिले में पिछले अभी तक इस तरह के करीब 65 मामले सामने आ चुके हैं।
शादी के नाम पर इस तरह से की ठगी की यह शिकायतें अक्टूबर 2021 से अब तक की हैं।
शिकायतों के आधार पर साइबर एक्सपर्ट रिश्तों के नाम पर ठगी करने वालों की जड़ खोदने में जुट गई है।
हालात को देखते हुए एक्सपर्ट ऑनलाइन शादी विवाह का रिश्ता तलाश रहे लोगों से सतर्क रहने की सलाह भी दे रहे हैं।
ऐसे ठगों से बचने के लिए उनके जरिए कई तरह के रास्ते सुझाए गए हैं।

ऐसे देते हैं घटना को अंजाम
शादी कराने वाली असली साइटों से मिलते जुलते नाम से शातिर अपनी फेक आईडी बना लेते हैं
रिश्तों को लेकर सोशल मीडिया पर जारी किए गए या वायरल किए गए विज्ञापन भी फेक हो सकते हैं
इन विज्ञापनों पर या सोशल साइट्स पर रिश्ते की तलाश में जुटे लोगों के संपर्क करते ही शातिर अपने काम में लग जाते हैं
फ्राड कॉल करने वालों से सारी डिटेल जैसे क्या करते हैं, कमाई क्या है? किस बैंक में खाता आदि पूछ लेते हैं
फिर वर या वधू की लंबाई, रंग शिक्षा, हॉबी, जॉब आदि की डिटेल भी अच्छी तरह से पूछकर नोट कर लेते हैं
इसके बाद शातिर फ्राड शादी का रिश्ता तय कराने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने को लेकर तमाम तरह के स्कीम बताते हैं
रजिस्ट्रेशन के लिए भी आधार कार्ड, मोबाइल नंबर फोटो, और स्कीम के मुताबिक रुपये की डिमांड भी करते हैं
इस तरह से सारी डिटेल लेने के बाद शातिर कहते हैं कि आप के मोबाइल पर रजिस्ट्रेशन के लिए ओटीपी जा रही है
शातिरों भेजे गए ओटीपी का नंबर पूछ लेते हैं, यह नंबर बताते ही साइबर फ्राड खातों से रुपये गायब कर देते हैं
इस तरह शातिर दोहरी चोट देते हैं, पहला तो रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसा लेते हैं दूसरा खाते से पैसे गायब कर देते हैं

पहले करें पड़ताल फिर संपर्क
साइबर एक्सपर्ट कहते हैं कि ऐसे ठगों से बचने के लिए सावधानी ही एक मात्र जरिया है।
उनके मुताबिक ऑनलाइन शादी के रिश्तों की तलाश कर रहे लोग पहले साइट की बाबत अच्छी तरह संपर्क कर लें।
यह तय कर लें कि जिस संस्थान से रिश्ते के लिए संपर्क कर रहे वह असली है या नहीं।
उसका रजिस्ट्रेशन विश्वसनीयता आदि की पड़ताल जरूर कर लें।
यदि साइट कुछ चर्चित मैरिज डॉट काम से मिलती जुलती हो तो सतर्क हो जाएं।
शातिर सही साइट्स के नाम में एक दो अक्षर का हेरफेर करके फेक साइट बनाते हैं।

शादियों के रिश्ते तमाम लोग ऑनलाइन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर जारी विज्ञापन की पड़ताल किए गए लोग दिए गए नंबरों पर संपर्क कर लेते हैं। ऐसा करना गलत है। रिश्ते तय कराने के नाम पर फेक विज्ञापन व साइट बनाकर शातिर लोगों को ठग रहे हैं। पिछले तीन महीनों में काफी शिकायतें आई हैं।
राजीव तिवारी इंस्पेक्टर साइबर थाना

Posted By: Inextlive