'पहले उठाना फिर थाने बैठाना उसके बाद ले देकर छोड़ देना
प्रयागराज (ब्यूरो)। विधान सभा चुनाव के पांचवें चरण में वोटिंग से पहले एक व्यक्ति को करेली थाने में बैठाया गया। चुनाव में गड़बड़ी का आधार बना कई दिनों बैठाया गया। जब उनके परिजनों ने अधिकारियों से मिलकर इतने दिनों तक बैठाने का कारण पूछा तो मामले को चेक कराया गया। जिसके बाद अधिकारियों द्वारा पूछे जाने पर एसओजी सिपाही जवाब ठीक से नहीं दे पाया। जिसके बाद अधिकारियों ने फटकार लगा छोडऩे को कहा। वहीं एक व्यक्ति को बमबाजी मामले को लेकर भी उसी सिपाही द्वारा उठाया गया। जबकि उसका कनेक्शन दूर-दूर तक नहीं था। उसमें भी उसको अधिकारियों से सुनना पड़ा। काफी लंबे से वह सिपाही जमा हुआ है। उसका साथी व अन्य लोग भी अधिकारियों के रडार पर है।