'निराला है मइया का दरबार..'
- नवरात्र के तीसरे दिन मां भगवती के चंद्रघंटा स्वरूप का हुआ दर्शन व पूजन
- मंदिरों में सुबह से लगी रही भक्तों की कतार prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: त्याग, समर्पण और साधना के प्रमुख पर्व नवरात्र के तीसरे दिन भक्तों ने मां के चन्द्रघंटा स्वरूप का पूजन विधि विधान से किया। व्रती नर नारियों ने मां भगवती ध्यान में रखते हुए सात्विक विचार व तन-मन की पवित्रता के साथ मइया की आराधना कीं। फल, पुष्प, मिष्ठान अर्पित करके श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ किया। वहीं कई घरों में वैदिक पाठ करने वाले ब्राह्मणों से भी बड़ी संख्या में लोग ने श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ कराया। घरों में पूजन के बाद भक्तों ने मां भगवती के सामने मत्था टेकर आशीर्वाद मांगा। मंदिरों में कोविड प्रोटोकाल काल का हो रहा पालनकोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मंदिरों में कोविड-19 नियम का पालन पूरी कड़ाई से कराया जा रहा है। मंदिर में प्रवेश के समय मास्क लगाकर, दो गज की दूरी का पालन करके मइया के दरबार में हाजिरी लगाने की व्यवस्था की गई है। नवरात्र के तीसरे दिन गुरुवार को मां के चंद्रघंटा स्वरूप का पूजन हुआ। चंद्रघंटा स्वरूपा मानी जाने वाली मां खेमा मायी के दरबार में भक्तों का जमघट रहा। व्रती महिलाओं ने 'भक्तों की सुनो पुकार मइया खेमा, निराला है मइया का दरबार, मइया करो कृपाप्यारा सजा है दरबार भवानी, भक्तों की लगी है कतार भवानी' आदि भजनों से खेमा माई को रिझाया।
जन कल्याण की कामना से हुई महाआरतीमां कल्याणीदेवी मंदिर के महामंत्री श्याम जी पाठक के नेतृत्व में सुबह मंत्रोच्चार के बीच मां कल्याणी के चंद्रघंटा स्वरूप का श्रृंगार रत्नजडि़त आभूषणों, पुष्पों से किया गया। शाम को पुन: पूजन करके आरती उतार कर जनकल्याण की कामना की गई। मां के मोहक स्वरूप का दर्शन करके भक्त भावविभोर नजर आए। मां ललिता देवी मीरापुर के दरबार में दिनभर दर्शन-पूजन का सिलसिला चला। मइया को नारियल, चुनरी व माला अर्पित करके परिक्रमा करके भक्तों ने मनोवांछित फल प्राप्ति की कामना की। वहीं, मां अलोपशंकरी मंदिर में मइया के पालने का दर्शन करने के लिए दूर-दूर से भक्त आए। अनुशासित भाव में मइया का दर्शन करके फूल, चुनरी, नारियल, प्रसाद अर्पित करके मनोवांछित फल प्राप्ति की कामना की। मां अलोपशंकरी के दरबार में शुक्रवार को मेला लगेगा। मंदिर परिसर में निशान चढ़ाने, मुंडन व नामकरण कराने के लिए दूर-दूर से भक्त आएंगे। मां कालीबाड़ी मंदिर में भी दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की भीड़ जुट रही है। मइया के दरबार में मत्था टेककर भक्त स्वयं के धन्य होने की अनुभूति कर रहे हैं।