'कुंडलीÓ मारकर बैठे थे, हटे तो खुलने लगे राज!
प्रयागराज ब्यूरो एडीजी जोन की रिपोर्ट पर डीजी मुख्यालय ने आलोक मिश्रा को एपीटीसी सीतापुर, अवनीश कनौजिया को मिर्जापुर, याकूब अहमद को एपीटीसी सीतापुर, दीपक सिंह को पीटीएस मुरादाबाद, शक्ति सिंह को पीटीसी सीतापुर, अतुल सिंह को पीटीसी मुरादाबाद, रविसेन सिंह को पीटीएस मेरठ, अभय कुमार को पीटीसी मुरादाबाद, रविदेव सिंह यादव को पीटीएस उन्नाव, जियाउय्दीन खां को पीटीएस उन्नाव, रमेश पटेल को पीटीसी सीतापुर, धर्मेंद्र कुमार को पीटीएस गोरखपुर और अनिल सिंह को पीटीएस गोरखपुर किया गया। यह लोग प्रयागराज जिले की पुलिस के लिए पहले हीरो हुआ करते थे। लेकिन लंबे समय से जमे रहने के चलते मठाधीश हो गए थे। यही कारण है कि इन्होंने किसी न किसी उच्च स्तर के पुलिस अफसरों को पकड़ रखे थे। वह उनकी पैरवी कर उचित जगह पर सेट करा देते थे। यही कारण है कि लंबे समय से जमे रहने के साथ तमाम कार्यों में लिप्त थे। सूत्रों की माने तो गोपनीय जांच अगर शासन स्तर पर हुई तो कई अन्य चीजें सामने आ सकती है।
तमाम शिकायतों के आधार पर जोन से बाहर ट्रांसफर किया गया है। इन सभी की जांच कराई गई थी। जांच में सही पाई गई। मुख्यालय की ओर से इनका स्थानातंरित आदेश जारी कर दिया गया है।
प्रेम प्रकाश, एडीजी जोन प्रयागराज